धनबाद जिले के निजी अस्पतालों में मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ चल रहा है। इसका खुलासा तब हुआ जब स्वास्थ्य विभाग की की टीम झरिया के डिगवाडीह स्थित दास सेवा क्लीनिक में पहुंची थी।
अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य चिकित्सा परिवार कल्याण विभाग सह कार्यकारिणी अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने वर्तमान में चलाए जा रहे स्वास्थ्य सुविधा एवं चिकित्सकों के द्वारा किए जा रहे कार्य उत्कृष्ट कार्य के लिए की सराहना की। साथ ही राज्य में बेहतर चिकित्सा सुविधा
प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को देशभर के डॉक्टर्स को डॉक्टर्स डे की बधाई दी और कहा कि इंसानी जिंदगी बचाने औऱ इस ग्रह को स्वस्थ बनाए रखने में उनका अमूलनीय योगदान है। पीएम ने लिखा कि डॉक्टर्स डे उन तमाम चिकित्सकों को शुक्रिया अदा करने का दिन है जो मेहनत करत
1 जुलाई को पूरे देश में डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य चिकित्सा क्षेत्र में डॉक्टरों के अमूल्य योगदान के प्रति सम्मान जाहिर करना है।
गुजरात में 500 डॉक्टर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। राजधानी गांधीनगर में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल की मौजूदगी में 500 की संख्या में डॉक्टरों ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। गुजरात बीजेपी ने अपने ऑफिशियल
चांद हर बच्चे के लिए कभी प्यारा सा मामा है, तो कभी ऐसा घर जहां दादी अम्मा रहती हैं जो दूध-कटोरी लाएंगी। चांद को लेकर अगर कवियों ने कविताएं लिखी हैं, तो लेखकों ने कहानियां। लेकिन किसी बच्चे का ही घर चांद पर हो जाए तो उसकी खुशी का क्या कहना। यह कोई कहानी नह
द झारखंड काउंसिल ऑफ मेडिकल रजिस्ट्रेशन ने एक निर्देश जारी किया है। इसके मुताबिक अब दूसरे राज्यों से भी झारखंड आकर प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर्स को झारखंड राज्य चिकित्सा परिषद में रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इस फैसले से माना जा रहा है कि झारखंड में अब झोला छाप
बिना मास्क के बेख़ौफ़ होकर डॉ. करीम कोरोना पेशेंट्स का करते है इलाज
डॉक्टर यानी धरती का भगवान। आज का दिन उसी भगवन को समर्पित है। जी हां हमारे देश में 1 जुलाई के दिन नेशनल डॉक्टर्स डे के तौर पर मनाया जाता है। समाज में डॉक्टरों के महत्वपूर्ण योगदान को याद करने के लिए यह ख़ास दिन चुना गया है। हम डॉक्टरों को इंसान के रूप में
सेंट्रल मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग को लेकर केंद्रीय आईएमए के आह्वान पर झारखंड के सभी निजी और सरकारी डॉक्टरों ने काला बिल्ला लगाकर प्रदर्शन किया। जिसके बाद आईएमए भवन में धरना दिया। डॉक्टरों ने कहा कि हमारी सुरक्षा भी जरूरी है। आये दिन हमारे साथ मारपीट