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कई अवार्ड से सम्मानित यह डॉक्टर क्‍यों नहीं लगाते हैं मास्‍क ! जानिये

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द फॉलोअप टीम, पूर्णिया:
आज कल तो कोई बिना मास्क के दिख जाए तो उसे लोग अजीब सी नजरों से देखते हैं। अगर कोई अस्पताल में बिना मास्क के दिखे तो फिर तो उसे अजूबा ही मान लिया जाता है। बिना मास्‍क आप घर से बाहर दिख गए, तो जुरमाना भी भरने को तैयार रहें। एक शख्स ऐसा है जो है तो डाॅक्टर, लेकिन अपने कोरोना संक्रमित मरीजों की देखभाल और इलाज बिना मास्क के निराला अंदाज में करता है।  वो हैं, पूर्णियां के बेस्ट डाॅक्टरों में से शुमार डॉक्टर अब्दुल करीम। पूर्णिया के टॉप हॉस्पिटल 'मैक्स 7' में कार्यरत हैं।  डॉ. अब्दुल करीम इस हॉस्पिटल के सीएमओ भी हैं। उनके निराले और अनोखे अंदाज की वजह से इस बार डॉक्टर्स डे पर आईएमए, पटना ने उन्हें सम्मानित किया था। 

हर वक़्त बिना मास्क दिखेंगे डाॅक्टर
अब आप किसी हॉस्पिटल में जाएँ तो हर कोई एस्ट्रोनॉट की भेष में नजर आता है। खासकर हॉस्पिटल के स्टाफ तो ऊपर से नीचे आपको ढंके ही नजर आएंगे। मेडिकल स्टाफ पीपीई किट से लेकर मास्क, फेस शील्ड, ग्लव्स, शू कवर, हेड कवर आदि चीजों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन जब आप  मैक्स 7 हॉस्पिटल के इमर्जेंसी वॉर्ड घुसेंगे तो वहां आपको एक शख्स दिखेंगे जो बिना मास्क में मौजूद होते हैं। डॉक्टर करीम बिना मास्क में काफी तसल्ली से मरीजों का इलाज किया करते हैं। उन्होंने अभी तक वैक्सीन के डोज़ भी नहीं लिए हैं।



क्‍या कहते हैं डॉ. अब्दुल करीम
इस बारे में डॉक्टर अब्दुल करीम का कहना है कि 'इस वायरस से लड़ने के लिए सबसे जरूरी है अपने अंदर की इम्यूनिटी, अपनी ताकत को बढ़ाना। एक ही मास्क जब आप एक दिन से अधिक दिनों तक इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपके अंदर अलग इन्फेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। खुद को अंदर से हेल्दी रखिए और खुलकर सांस लीजिए।' साथ उनका यह भी कहना है कि कोरोना का खतरा उन लोगों के लिए ज्यादा है जिनो पहले से कोई बिमारी हो या हेल्थ  इशूज़हो। डॉक्टर करीम ने बताया कि उन्होंने पिछले साल भी बिना मास्क के ही इलाज किया था। 

बिना छुट्टी लिया किया काम 
कोरोना की दूसरी लहर में भी डाॅक्टर करीम ने लगभग महीने भर बिना छुट्टी लिए काम किया है। उन्हें हर दिन सीरियस इन्फेक्शंस के साथ पहुंच रहे मरीजों और पहले से हॉस्पिटलाइज मरीजों को लेकर ज्यादा चिंता रहती थी। अभी भी वह सुबह 9-9:30 से लेकर रात के 11-12 बजे तक जब भी आप उन्हें ढूंढेंगे डॉक्टर करीम हॉस्पिटल के किसी न किसी वॉर्ड में दिख जायेंगे। डॉक्टर करीम कोरोना पीड़ित मरीजों के मनोबल को बढ़ाने की भरपूर कोशिश करते हैं। डॉक्टर्स डे पर आईएमए से मिले सम्मान से पहले भी उन्हें कोविड वॉरियर्स के तौर पर कई बार और सम्मानित किया जा चुका है।