झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के बेटे रोहित प्रियदर्शी उरांव को गुरुवार को ईडी दफ्तर बुलाया गया था। इस दौरान उनसे लंबी पूछताछ की गई। रोहित दिन के 11 बजे रांची जोनल आफिस पहुंचे थे।
इस वित्तीय वर्ष में शराब बिक्री से उतना राजस्व नहीं वसूली हो सका जितने का लक्ष्य रखा गया था। इसलिए छत्तीसगढ़ की एजेंसी को हटा दिया गया है। राजस्व को हुए नुकसान का आकलन किया जाएगा। उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। विभाग के महाप्
झारखंड में शराब महंगा होने वाला है। दरअसल थोक विक्रेताओं के लाइसेंस फीस में सरकार की तरफ से एक्स डिस्टीलरी प्राइस (इडीपी) लगाया जाएगा। यह निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि राजस्व वसूली और शराब की खुदरा बिक्री में कमी हो गई है।
अब तय मात्रा से ज्यादा शराब रखने पर कार्रवाई होगी। ऐसा मद्य निषेध व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा है। उन्होंने कहा है कि अगर आपके पास एक साथ 5 लीटर से अधिक शराब पाया गया तो ये अवैध माना जायेगा और आप पर प्राथमिकी दर्ज होगी।
लगभग तय हो चुका है कि झारखंड में शराब का कोरोबार अब सरकारी नियंत्रण में होगा। उत्पाद विभाग के मंत्री जगरनाथ महतो ने इस संबंध की फाइल पर अपनी सहमति दे दी है। विभाग अब 24 फरवरी को होने वाली कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को रखेगा।
शराब नीति को चुनौती देने वाली याचिका पर मंगलवार को सुनवाई हुई। 10 मिनट तक चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 16 दिसंबर की तारीख तय की है। मामेल में प्रार्थी पक्ष से अधिवक्ता अजीत कुमार और कुमारी सुगंधा मौजूद रहे। गौरतलब है कि राज्य सरकार की ओर
बिहार पूर्ण शराब बंदी वाला राज्य है, बावजद इसके हाल ही में जहरीली शराब से बिहार में करीब 40 लोगों की जान चली गई। इन दिनों शराब पीने वाले और पिलाने वालों दोनों के खिलाफ पुलिस लगातार अभियान चला रही है। रविवार की रात पुलिस ने सासाराम के डेहरी ऑनसोन अनुमंडल
झारखंड में शराब की बिक्री के लिए नई नियमावली बनाई गयी है। विगत 3 जून को मंत्री परिषद की बैठक में अहम फैसला लिया गया। इस बैठक में झारखंड मदिरा का भंडारण एंव थोक बिक्री नियमावली को राज्य में लागू करने का प्रस्ताव लाया गया अब कहा जा रहा है कि इस नियमावली के
अधिकारियों की आँखों में धुल झोंककर शराब माफिया ने बनवा लिया पासपोर्ट