कृषि बिल वापस लिया जा चुका है। कृषि मंत्री कह चुके हैं कि किसानों की मांग मान ली गई है। अब उनको घर वापस लौट जाना चाहिए। हालांकि, शीतकालीन सत्र में किसान आंदोलन का मामला थमता नहीं दिख रहा है। मंगलवार को लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि किस
अपने बयानबाजियों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाली कंगना रनौत मुश्किलों में फंसती दिखीं। पंजाब में कंगना रनौत की गाड़ी को किसानों ने घेर लिया। गुस्साए किसान कंगना के खिलाफ नारेबाजी करते दिखे । इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमें कंगना खुद
अनवीकरणीय संसाधन सीमित मात्रा में हैं, इसलिए कई साल पहले से ही सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन की तरकीब की खोज कर ली गयी थी। यह काफी हद तक कारगार भी साबित हुई। आज कई ऐसे राज्य हैं जहां सौर ऊर्जा से निर्बाध बिजली सप्लाई की जा रही है। झारखंड में तो अब कृषि बहुल
हरियाणा के बहादुरगढ़ में किसानों की महापंचायत जारी है। बहादुरगढ़ में तीन कृषि कानूनों के विरोध की पहली बरसी पर किसानों ने महापंचायत का आयोजन किया। इसमें बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया। कई किसान नेता भी इस महापंचायत में पहुंचे। यहां किसानों ने कानून व
कुछ ही दिन पहले हमलोग इस बहस से होकर गुजर रहे थे कि 1947 को मिली आजादी असली आजादी नहीं थी, क्योंकि अंग्रेजों ने हमें ताकत के बल पर गुलाम बनाया था और जाते वक्त उन्होंने हमें भीख में आजादी दे दी गयी। यह सिर्फ अभिनेत्री कंगना राणावत का तर्क नहीं था, देश का ए
एकता और संघर्ष के सूत्र वाक्य के साथ सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियंस की तीन दिवसीय बैठक का आगाज
प्रदर्शनकारी कृषि कानून रद्द करो, केन्द्रीय गृह मंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त करो आदि नारे लगा रहे थे।
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डॉ0 राजेश गुप्ता ने कृषि विभाग में बिना निविदा के हनुमंत एसोसिएटस कंपनी द्वारा प्लास्टिक ड्रॉम के वितरण के नाम पर करोड़ों रुपये की राशि के गबन मामले की जांच को लेकर कृषिमंत्र
1 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश के चार किसानों से बात करेंगे। उनमे से दो किसान झारखंड के होंगे। हजारीबाग के अशोक कुमार मेहता और फुलेश्वर महतो शामिल हैं। इनका चयन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा के लिए किया गया है। इन किसानों की सफलता
झारखंड में किसानों को धान क्रय का भुगतान नहीं किए जाने के विरोध और किसानों को उनका हक दिलाने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने धरना दिया। झारखंड के सभी 27 सांगठनिक जिलों के अध्यक्ष, जिला प्रभारी और कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। बीजेपी प्रदेश अध
अखिल भारतीय संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर दुमका में अखिल भारतीय किसान सभा के तत्वाधान में ग्राम गादी कोरैयया एवं ग्राम नकटी सहित कई पंचायतों में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानून को रद्द करने, एमएएसपी कानून बनाने एवं अन्य मांग