द फॉलोअप डेस्क
जारी किसान आंदोलन (Farmer Movement) के आज छठे दिन हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी है। वहीं, केंद्र सरकार औऱ आंदोलनकारी किसान नेताओं के बीच आज चौथे दौर की वार्ता की भी खबर है। इसमें केंद्रीय मंत्रीय अर्जुन मुंडा और पीयूष गोयल शामिल होंगे। दूसरी ओर किसानों ने हरियाणा में आज रेलवे ट्रेक को जाम करने का और महापंचायत करने का निर्णय लिया है। इसमें किसान आंदोलन में शामिल सभी संगठनों के शामिल होने की बात कही जा रही है। आरपार की लड़ाई के मूड में आ चुके किसानों की रणनीतित ये है कि एक तरफ सरकार से बातचीत भी हो और दूसरी तरफ आंदोलन को धार भी मिलती रहे। मिली खबर के मुताबिक आज शाम को किसानों की केंद्रीय नेताओं के साथ बातचीत होगी।
इन जिलों में बंद की गयी इंटरनेट सेवा
किसान की बढ़ती उग्रता को देखते हुए हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी है। इनमें अंबाला, कैथल, हिसार, जींद, फतेहाबाद, सिरसा और कुरुक्षेत्र जिले शामिल हैं। वहीं किसानों ने हरियाणा में एक बार फिर से टोल फ्री करने की घोषणा की है। दूसरी किसान नेताओं ने कहा है कि वे सरकार से किसी तरह का टकराव नहीं चाहते हैं। न ही आंदोलन के दौरान हिंसा का सहारा लेना चाहते हैं। किसान पंढेर ने कहा, हम शांति से समस्या का समाधान चाहते हैं। लेकिन सरकार हमारे सख्ती करती है तो हमको सोचना होगा। पंढेर का इशारा आंदोलन के शुरुआती चरण में किसानों पर हुए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने की ओर था।
क्या है किसानों की मांगें
लगभग सप्ताह दिन से आंदोलन कर रहे किसानों की सबसे प्रमुक मांग एमएसपी की गारंटी है। इसी के साथ किसान पेंशन और कर्ज माफी की मांग भी कर रहे हैं। हालांकि सरकार की ओर से आंदोलन को लेकर अभी तक कोई नरमी नहीं दिखी है। बल्कि केंद्र सरकार की ओऱ से कहा गया है कि किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रव फैलाने की कोशिश को नाकाम किया जायेगा। उपद्रव फैलाने वालों की पहचान कर कार्रवाई की जायेगी। दूसरी ओऱ किसानों ने भरोसा जताया है कि सरकार के साथ बातचीच में कोई न कोई हल जरूर निकलेगा।