द फॉलोअप डेस्क
किसान आंदोलन के प्रदर्शनकारियों की केंद्र सकार के साथ कल तीसरी बार वार्ता होगी। इसमें किसानों की ओऱ पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर शामिल होंगे। वहीं केंद्र सरकार की ओऱ से मंत्री अर्जुन मुंडा और पीयूष गोयल वार्ता में शामिल हो सकते हैं। हालांकि इन दोनों मंत्रियों के वार्ता में शामिल होने की अभी तक अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पायी है। दूसरी पंढेर ने मीडिया को बताया कि अगर सरकार कोई हल निकालती है, तो हम इसका स्वागत करेंगे। कहा कि हम सरकार के साथ टकराव नहीं चाहते हैं। किसानों को उनकी मेहनत की पूरी कीमत मिले, हम यही चाहते हैं। निश्तिच तौर उनका इशारा एमएसपी की ओऱ था।
आंदोलनकारियों और पुलिस में झड़प
इससे पहले आज ही, किसान आंदोलन के दौरान आंदोलनकारी किसान और पुलिस में हिंसक झड़प होने की खबर भी मिली है। किसान नेता सरवन पंढेर ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शंभू बोर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर असली गोलिया चलाईं। वहीं, पुलिस ने इस आरोप से इनकार किया है। आंदोलनकारी किसानों ने कहा है कि पंजाब-हरियाणा सीमा पर पुलिस ने पाकिस्तानी सीमा पर के जैसी घेराबेंदी कर दी है। सरवन पंढेर ने केंद्र सरकार पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि किसान आंदोलकारियों को खालिस्तान समर्थक बताकर आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश हो रही है। इधर, केंद्र सरकार के सूत्रों ने कहा है कि किसान आंदोलन के नाम पर कुछ उपद्रवी हिंसा फैलाने का काम कर रहे हैं। पुलिस ऐसे तत्वों से सख्ती के साथ निपटेगी।
सड़कों पर कीले लगाकर रोका गया किसानों को
इधर दिल्ली कूच करने के प्रयास में लगे किसानों को हरियाणा और पंजाब से लगी सभी सीमाओं पर रोक लिया गया है। पुलिस ने इसके लिए लोहे और कंक्रिट की बैरेकेडिंग के साथ सड़कों पर कील तक बिछाने का काम किया है। वहीं कल दिल्ली सीमा में प्रवेश कर रहे किसानों पर पुलिस की ओऱ से आंसू गैस के गोले छोड़े गये। गैस के गोले छोड़ने के लिए पुलिस ने ड्रोन का सहारा लिया और किसानों की भीड़ पर उपर से आंसू गैस के गोले छोड़े गये। वहीं, कुछ स्थानों पर किसानों और पुलिस बल के बीच झडप की भी खबर है।