राज्यपाल आज राज भवन में बिहार आई बैंक ट्रस्ट के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने इस आई बैंक को आयुष्मान योजना से जोड़ने हेतु निदेर्श भी दिया। बैठक में विकास आयुक्त-सह-अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग अरुण कुमार सिंह, राज्यपाल के प्रधान सचिव डाॅ. नितिन
राज्यपाल रमेश बैस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय का झारखंड के मौजूदा हालात की रिपोर्ट भेजी है। मिली जानकारी के मुताबिक राज्यपाल रमेश बैस ने अपनी रिपोर्ट में प्रदेश में चल रहे भाषा विवाद, मॉब लिंचिंग और नक्सली घटना का जिक्र किया है। राज्यपाल ने रिपोर्ट में जिक्र
यह तस्वीर रांची स्थित राजभवन के दरबार हॉल की है। सूबे के राज्यपाल रमेश बैस युवाओं से घिरे हुए हैं। सभी के हाथ में एक प्रमाण पत्र दिख रहा है, जो उन्होंने थाम रखा है। वहीं सभी के चेहरे पर एक अनोखी गर्वाेक्ति है। ऐसा भला क्यों न हो। दरअसल सभी युवा राज्य के अ
राज्य की हेमंत सरकार ने ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल को लेकर नई नियमावली बनाई थी। नई नियमावली में काउंसिल में कम से कम 2 सदस्यों को नामित करने का राज्यपाल का विशेषाधिकार समाप्त कर दिया गया था। तकरीबन सभी अधिकार मुख्यमंत्री के हाथ आ गये थे। अब इस नियमावली को र
झारखंड की राजधानी रांची के एतिहासिक मोरहाबादी मैदान में राज्यपाल रमेश बैस ने झंडोत्तोलन किया। इस मौके पर राज्यपाल ने राज्य वासियों को संबोधित भी किया। राज्यपाल ने कहा कि आज का दिन स्वतंत्रता संग्राम के बलिदानियों तथा सेनानियों को याद करने का दिन है। उन्हो
नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय,जमशेदपुर के पहले दीक्षांत समारोह में राज्यपाल रमेश बैस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग माध्यम से शरीक हुए।
सिमडेगा मामले में राज्य की भाजपा इकाई इंसाफ के लिए लगातार सक्रिय है। घटना स्थल का दौरा अब कई भाजपा नेता समेत भाजपा विधायक दल के नेता व एक्स सीएम बाबूलाल मरांडी और पूर्व सीएम रघुवर दास पीड़ित परिवार से मिल चुके हैं।
3 दिसंबर को राज्यपाल रमेश बैस धनबाद पहुंचे। उनके अनुसार वह किसी शादी समारोह में शामिल होने गये थे, लेकिन शादी में शामिल होने के बाद वह झरिया के बीसीसीएल का एनआरके कोयला उत्खनन आउटसोर्सिंग पंहुचे। उन्होंने कोयला के उत्खनन स्थल का भी निरीक्षण किया। उनके सा
झारखंड के विश्वविद्यालयों को लेकर अच्छी खबर सामने आई है। गौरतलब है कि झारखंड के विभिन्न विश्वविद्यालयों में खाली पड़े पद भरे जाएंगे। मिली जानकारी के मुताबिक यूनिवर्सिटी में खाली पड़े पदों को राज्यपाल रमेश बैस ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने निर्देश दिया है
राज्यपाल रमेश बैस गुरुवार को एम्स देवघर पहुंचे। वह हेलीकाप्टर से देवघर एयरपोर्ट पहुंचे वहां से सीधा एम्स के लिए निकल गए। एम्स में राज्यपाल नव निर्मित भवन का उद्घाटन करेंगे।
सुदेश महतो ने कहा कि जातीय जनगणना से उनकी बेहतरी और उत्थान के लिए समुचित नीति निर्धारण हो पाएगा। इन तमाम विषयों को राज्यपाल ने गंभीरता से सुना और कहा कि झारखण्ड का विकास ही उनका एकमात्र लक्ष्य है और इसके लिए हर प्रयास किया जाएगा।
राज्यपाल ने कहा कि भारतीय इतिहास में स्वाधीनता संग्राम की पहली लड़ाई वैसे तो सन् 1857 में मानी जाती है, किन्तु इसके पहले ही वर्तमान झारखंड राज्य के संथाल परगना में ‘‘संथाल हूल’’ व ‘‘संथाल विद्रोह’’ का अंग्रेजों को भारी सामना करना पड़ा था। सिद्धो तथा कान्ह