रांची:
राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि बिहार आई बैंक को और प्रभावी एवं विश्वसनीय बनाने हेतु अधिक-से-अधिक अच्छे नेत्र चिकित्सकों को इस ट्रस्ट से जोड़ना जरूरी है। मेडिकल फेसिलिटी विकसित करने की दिशा में निरंतर प्रयासरत रहें। आई बैंक के प्रति लोगों का विश्वास बना रहे, इसके लिये समर्पित रहें। राज्यपाल आज राज भवन में बिहार आई बैंक ट्रस्ट के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने इस आई बैंक को आयुष्मान योजना से जोड़ने हेतु निदेर्श भी दिया। बैठक में विकास आयुक्त-सह-अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग अरुण कुमार सिंह, राज्यपाल के प्रधान सचिव डाॅ. नितिन कुलकर्णी, बिहार आई बैंक ट्रस्ट की सचिव डाॅ. प्रोन्नति सिन्हा, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष श्याम शंकर दूबे, ट्रस्टी सिद्धार्थ घोष एवं अजय कुमार जैन आदि उपस्थित थे।
डाॅ. डी. एन. सिंह और छवि घोष को दी गई श्रद्धांजलि
बैठक में राज्यपाल ने सभी ट्रस्टी से कहा कि वे दूरदृष्टि दृष्टिकोण अपनाते हुए इस ट्रस्ट को और बेहतर कर मानव-कल्याण व परोपकार के मार्ग पर चलें। राज्यपाल ने दिवंगत नेत्र रोग विशेषज्ञ डाॅ. डी. एन. सिंह का उल्लेख करते हुए कहा कि कुछ लोग अपने कर्मों से दुनिया से जाने के बाद भी सदा पुनीत कार्यों के लिये याद किये जाते हैं। डाॅ. सिंह ने अपने अमिट योगदान से इस ट्रस्ट की गरिमा को और बढ़ाने का कार्य किया। राज्यपाल ने कहा कि इस ट्रस्ट द्वारा आम जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए सस्ते में नेत्र रोग उपचार की सुविधा प्रदान किया जाना सराहनीय प्रयास है। उन्होंने ट्रस्ट को समय-समय पर आई कैम्प का आयोजन करने एवं मोतियाबिंद की जाँच हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में भी जाने हेतु कहा। दिवंगत नेत्र रोग विशेषज्ञ डाॅ. डी. एन. सिंह एवं छवि घोष (ट्रस्ट के पूर्व सचिव स्व. पी. के. घोष की पत्नी) की स्मृति में मौन भी रखा गया।
नवजात शिशुओं की आँखों की निःशुल्क जाँच हो
राज्यपाल ने कहा कि नवजात शिशुओं की आँखों की समस्या की निःशुल्क जाँच करने की दिशा में ट्रस्ट द्वारा विशेष ध्यान दिया जाय। उन्होंने सभी न्यासियों से कहा कि कोरोना महामारी के कारण भी कई लोगों की आँखों में समस्या देखी गई है, इस दौर में बच्चों के लिये ऑनलाइन क्लास ही विकल्प था। ऐसे में बच्चों के नेत्र की जाँच की दिशा में आई बैंक ट्रस्ट को ध्यान देने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने कहा कि ट्रस्ट बिहार आई बैंक के प्रस्तावित अतिरिक्त कक्षों के निर्माण का प्राक्कलन तैयार समर्पित तैयार करें। राज्यपाल ने ट्रस्ट को वित्तीय संसाधन की दिशा में भी ध्यान देने हेतु कहा ताकि आई बैंक निर्बाध गति से बेहतर करता रहे। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट के सभी सदस्य पूरे जोश, उत्साह, उमंग के साथ जनमानस के हित में कार्य करें तो कोई मुश्किलें प्रगति की राह में बाधा नहीं होगी।