कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रडार पर है। ईडी द्वारा उन पर दर्ज सभी केस के बारे में पुलिस से जानकारी मांगी गई थी। ईडी पुलिस अधिकारियों को पत्राचार किया था। दरअसल अंबा प्रसाद के खिलाफ ईडी के रांची जोनल ऑफिस में मनी लांड्रिंग की शिक
झारखंड में पिछले एक साल से ईडी की कार्रवाई तेज है। इस एक साल में दर्जनभर से भी अधिक लोगों पर ईडी ने दबिश दी है। इसी क्रम में आज भी राजधानी रांची में चार जगहों पर ईडी की रेड चल रही है।
मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू के (निजी सचिव) उदय शंकर को ईडी ने सोमवार को हिरासत में ले लिया है। रात में पूछताछ के लिए अपने साथ लेकर ईडी की टीम कार्यालय पहुंची।
झारखंड में पिछले 1 साल से ईडी की दबिश जारी है। इसी बीच आज फिर ईडी की टीम डोरंडा में छापेमारी कर रही है। जानकारी के मुताबिक उदय नाम के व्यक्ति के घर पर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी चल रही है।
रांची के चेशायर होम रोड स्थित 1 एकड़ जमीन की डील में फर्जी तरीके से पेपर तैयार कर जमीन पर कब्जा जमाने की पोल ईडी ने खोली है। लेकिन इसी मामले को सदर थाने कि पुलिस ने दीवानी बताकर बंद कर दी थी। कहा जा रहा है कि पुलिस ने जमीन हड़पने की जालसाजी के पहलुओं पर ज
मिड डे मील घोटाले के आरोपी संजय तिवारी को 25 मार्च को ही कोर्ट में सरेंडर करना था। लेकिन उसने बचने के लिए गलत कोरोना रिपोर्ट रांची के पीएमएलए कोर्ट में जमा की थी। जब ईडी के रांची जोनल ऑफिस ने रिपोर्ट की जांच की तो पाया कि इलाज से संबंधित जो जानकारी और कोव
मिड डे मील घोटाले के आरोपी संजय तिवारी ने ईडी कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। 31 मार्च को संजय तिवारी के खिलाफ वारंट जारी हुआ था। जिसके बाद ईडी उसकी तलाश कर रही थी। संजय तिवारी को सुप्रीम कोर्ट ने प्रोविजनल जमानत दी गई थी जिसकी अवधि समाप्त हो चुकी थी।
झारखंड के सीनियर आईएएस अफसर राजीव अरुण एक्का को आखिरकार ईडी ने समन जारी कर ही दिया। पिछले कई दिनों से यह कयास लगाए जा रहे थे कि जल्द ही उन्हें पूछताछ के लिए ईडी बुला सकती है।
ईडी ने वीरेंद्र राम पर नजर बनाए रखने के लिए उसके फोन को सर्विलांस पर रखा था। इस दौरान वीरेंद्र राम जिन लोगों से भी बातें करता था। उन सारी महत्वपूर्ण बातों की रिकॉर्डिंग ईडी के पास है। पूछताछ के दौरान ईडी ने वीरेंद्र राम को कुछ एक रिकॉर्डिंग भी सुनाई थी।
चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम को लेकर ईडी की टीम सदर अस्पताल पहुंची है। वहां वीरेंद्र राम का कोरोना टेस्ट कराया गया। अब उन्हें ईडी की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
वीरेंद्र राम के ठिकानों पर 2 दिन लगातार ईडी ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। जिसमें करोड़ों की संपत्ति का पता चला। वीरेंद्र राम ने अपनी कमाई का सही जवाब ईडी को नहीं दिया इसलिए बुधवार की शाम उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
सरकार गिराने की साजिश मामले में अब ईडी अरगोड़ा थाना प्रभारी विनोद कुमार से पूछताछ करेगी। ईडी थाना प्रभारी का बयान दर्ज करेगी। इसे लेकर ईडी ने विनोद कुमार को दोबारा समन जारी कर दिया है। दूसरी बार समन भेज कर उपस्थित होने का निर्देश दिया है।