होली के पहले पैसेंजर ट्रेनों में सफर करने वालों के लिए राहत की खबर है। रेलवे ने इन ट्रेनों के किराये में 50 फीसद की कमी की है। इस घोषणा के बाद पैसेंजर ट्रेन में प्रतिदिन सफर करने वालों को अधिक लाभ होगा।
मैथन में ट्रेन की चपेट में आने से बस चालक की मौत हो गयी है। मंगलवार को सुबह मैथन कुमारधूबी चौक के समीप रेलपटरी के अप लाइन पर चालक का शव मिला।
रांची-हावड़ा वंदे भारत ट्रेन 27 सितंबर यानि आज से नियमित रूप से चलेगी। इस ट्रेन का उदघाटन 24 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया था। वहीं, रांची रेलवे स्टेशन पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने ट्रेन को हरी झंडी दिखायी थी।
रांची-हावड़ा वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल रन गुरुवार को सफल रहा। शुक्रवार को हावड़ा से रांची के बीच दोबारा स्पीड ट्रायल किया जाएगा। इसके बाद इस ट्रेन को रखरखाव के लिए हटिया यार्ड में रखा जाएगा। मालूम हो कि यह पहली ट्रेन होगी, जिसके रखरखाव की जिम्मेवारी रांची
ट्रेन संख्या 18624 हटिया-इस्लामपुर एक्सप्रेस ट्रेन हटिया से रद्द, ट्रेन संख्या 12019 हावड़ा-रांची शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन हावड़ा से रद्द, ट्रेन संख्या 12020 रांची-हावड़ा शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन रांची से रद्द, ट्रेन संख्या 12826 आनंदविहार-रांची संपर्कक्रां
पाटलिपुत्र एक्सप्रेस को तो वापस भी कर दिया गया। वह अपने गंतव्य स्थान तक नहीं पहुंच सकी। देर रात रांची से पटना जाने वाली पाटलिपुत्रा एक्सप्रेस मूरी स्टेशन से वापस रांची लौट गई। रात के दो बजे ट्रेन की वापसी हो गई।
फेस्टिव सीजन के आते ही अपने घर से दूर रहने वाले लोगों में उत्सुकता रहती है कि कब वह अपने घर पंहुच जाएं। यह उत्सुकता छठ पूजा में और अधिक बढ़ जाती है। रेलवे ने भी इसका खूब ध्यान रखा है। दिवाली के सुबह से ही रेलवे स्टेशनों मे भीड़ लगनी शुरू हो गयी है। रेलवे
दीवाली खत्म होते ही छठ महापर्व की गहमागहमी शुरू हो गयी। शुक्रवार से ही रांची और हटिया रेलवे स्टेशन के अलावा बस स्टैंड पर लोगों की भीड़ दिख रही है। रेल मंत्रालय ने ट्रेन संख्या 07051/07052 सिकंदरबाद–बलिया–सिकंदरबाद पूर्णत: आरक्षित छठ स्पेशल ट्रेन का परिचाल
रांची से मुरी तक के सफर में कुछ फेर बदल हो सकता है। रांची से 8 ट्रेनें अगले 7 दिनों तक रद्द रहेंगी। यह मुरी रेलवे स्टेशन पर नॉन इंटरलाकिंग कार्य की वजह से हो रहा है । रांची रेल मंडल ने जानकारी दी है कि ये ट्रेनें 26 अक्टूबर से 1 नवंबर तक रद्द रहेगी।
कोरोना काल के कारण अभी भी कई ट्रेनों का परिचालन बंद है। स्थिति सामान्य होने के बाद धीरे-धीरे ट्रेने वापस पटरी पर दौड़ने लगी है। अब तक जो ट्रेनें नहीं खुली हैं उसके लिए पैसेंजर डिमांड कर रहे हैं। उनकी मांग है कि रेलगाड़ियों का परिचालन जल्दी ही शुरू किया जा
लोग ट्रेनों में सफर करते है। ट्रेन से जुड़ी कई चीजें रहती है जिसे हम देखते, सुनते तो हैं लेकिन उसके बारे में हमे कोई जानकारी नहीं होती है। उन्ही में से एक है ट्रेन के अलग-अलग हॉर्न । हमे तो यह भी नहीं मालूम हो पाता है ट्रेन ड्राइवर हर बार अलग-अलग हॉर्न क
ट्रेन से कट कर अज्ञात युवक की मौत, जांच में जुटी पुलिस