प्रकृति पर्व सरहुल की शुरुआत चैत माह के आगमन से होती है। इस समय साल के वृक्षों में फूल लग जाते हैं, जिसे आदिवासी प्रतीकात्मक रूप से नए साल का सूचक मानते हैं और पर्व को बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं।
सरहुल शोभायात्रा को लेकर 4 मार्च को रांची की यातायात व्यवस्था में कुछ बदलाव किया गया है। कल सुबह 6:00 बजे से रात 12:00 बजे तक शहर में भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा।