लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इसे न्याय पत्र का नाम दिया गया है। इसमें 5 न्याय औऱ 25 गारंटी का वादा किया गया है।
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने झमुमो पर तीखा हमला बोला है। दरअसल, झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस वार्ता कर भ्र्ष्टाचार और राष्ट्रपति के अपमान को लेके केंद्र की सरकार घेरा था।
झारखंड में लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए ने सभी सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। सीट बंटवारे व प्रत्याशियों की घोषणा होने के बाद आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में एनडीए की बैठक होनी है।
जामताड़ा में कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मशाल जुलूस निकाला। इस दौरान जमकर केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई।
भाजपा से पुर्व सांसद राम चहल चौधरी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। हालांकि उन्होने शामिल होने के लिए रांची लोकसभा टिकट की शर्त रख दी है।
बीजेपी के चतरा सांसद सुनील सिंह ने उम्मीदवारी के रेस से खुद को बाहर किया। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए सुनील सिंह ने लिखा है कि बीते 10 वर्षों तक चतरा की जनता का सेवा का मौका देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्ड
राष्ट्रवादी लोक शक्ति पार्टी (युवा) के 13 नेता बीजेपी में शामिल हो गये हैं। इनमें प्रदेश अध्यक्ष रंजीत राम का नाम भी शामिल है।
बिनय कुमार सिंह ने कहा कि झारखंड की मौजूदा सरकार के कार्यकाल में 2 बार JPSC परीक्षा हुई। 2 वर्ष पूर्व 7-10वीं परीक्षा के एक सेंटर में क्रम से लोग पास हुए, बाद में किसी का ओएमआर शीट नहीं मिला।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ नाबालिग लड़की से यौन उत्पीड़न के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। येदियुरप्पा के खिलाफ POCSO एक्ट के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद के आरोपों को BJP ने खारिज किया है। बीजेपी सांसद आदित्य साहू ने कहा है कि भष्ट्राचार के आरोप पर जब अंबा प्रसाद के यहां ईडी का छापा पड़ता है तो वह बोलती है कि बीजेपी करवा रही है।
झारखंड का सबसे हॉट सीट गोड्डा लोकसभा है। लगातार यहां से तीन बार कमल खिला कर निशिकांत दुबे सांसद बने हुए हैं। निशिकांत दुबे के निशाने पर शुरू से ही विरोधी राज्य सरकार रही है।
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाडंगी ने आज मुख्यमंत्री द्वारा बांटे गए कुछ नियुक्ति पत्र पर बड़ा सवाल खड़ा किया। कुणाल षाडंगी ने कहा कि झामुमो का स्थानीय नियोजन नीति,1932के खतियान आधारित नियोजन नीति का क्या हुआ?