मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने राज्य में बीते वर्ष हुई घटनाओं पर गहरा खेद व्यक्त करते हुए जनता से माफी मांगी है।
मणिपुर में शनिवार को हुई हिंसा में बिहार के गोपालगंज के रहने वाले 2 मजदूरों सहित 3 लोगों की मौत हो गई। इस मामले में संज्ञान लेते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दोनों मृतकों के परिवार वालों को मुआवजा देने की घोषणा की है।
मणिपुर में लगातार हिंसा जारी है, इसमें शनिवार को दो अलग-अलग घटनाओं में बिहार के 2 किशोरों की हत्या कर दी गई।
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को मणिपुर सरकार को निर्देश दिया कि वह राज्य में जातीय हिंसा के दौरान पूरी तरह या आंशिक रूप से जलाये गये आवासों और संपत्तियों तथा इन पर अतिक्रमण का विवरण सीलबंद लिफाफे में उपलब्ध कराये।
मणिपुर के जिरीबाम जिले से लापता हुए छह लोगों के शवों का पोस्टमॉर्टम पूरा हो चुका है। लेकिन परिवारवालों ने अब तक शवों को अंतिम संस्कार के लिए स्वीकार नहीं किया है।
NIA यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी मणिपुर में उन तीन मामलों की जांच करेगी जिसकी वजह से राज्य में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई और कर्फ्यू तक लगाना पड़ा।
बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार से एनपीपी यानी नेशनल पिपुल्स पार्टी ने समर्थन वापस से ले लिया है। नेशनल पीपुल्स पार्टी ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को एक चिट्ठी लिखी है, उसमें राज्य में बढ़ती हिंसा पर सवाल उठाये गये हैं।
मणिपुर में इंफाल घाटी के विभिन्न जिलों में गुस्साई भीड़ ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 3 और विधायकों तथा कांग्रेस के एक विधायक के आवास को लगा दी।
मणिपुर में एक बार फिर Kuki उपद्रवियों ने हिंसा की घटना को अंजाम दिया है।
मणिपुर (Manipur) एक बार फिर से हिंसा की जद में है। जारी हिंसा के बीच राज्य के CM बीरेन सिंह (CM Biren Singh) ने माना कि उग्रवादी अब सुरक्षा बल के जवानों को निशाना बना रहे हैं।
मणिपुर में जातीय हिंसा आज फिर से भड़क गयी। यहां इंटरनेट सेवा पर लगे बैन को हटाते ही दंगे शुरू हो गये। इसमें 13 लोगों की जान चली गयी है।
मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है। बर्बरता की सारी हदें पार की जा रही है। वहां से आ रही वीडियो और तस्वीरों से लोगों में आक्रोश है। इस हिंसा के विरोध में आज रांची में मानव श्रृंखला बनाई गई है।