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झारखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की वजह से पार्टी का जनाधार कमजोर हुआ !

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द फॉलोअप डेस्क 
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लोगों से दो साल बेमिसाल के नारे लगवा रहे हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रदेश अध्यक्ष को अपने कार्यकाल का आकलन करना चाहिए तब उन्हें समझ में आयेगा कि पार्टी के लिए पिछले दो साल संघर्षपूर्ण, दोषपूर्ण, असंतोष का भाव, यहां तक कि पार्टी का जनाधार भी कमजोर हुआ है। दो  साल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की व्यक्तिगत हैसियत में एवं पारिवारिक सदस्यों की हैसियत में बेमिसाल बढ़ोत्तरी जरूर हुई है।

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जनता से किये गये वादे पूरे नहीं हुए 
आलोक दूबे ने कहा 22 वर्षों में पहली बार जब पार्टी सत्ता में आई है तो संगठन की भूमिका और बढ़ जाती है। एक ओर जन घोषणा पत्र में जनता से किए हुए वायदे को पूरा करने की चुनौती तो दूसरी ओर सरकार के द्वारा किए गए कार्यों को जनता तक पहुंचाना है। और सरकारी योजनाओं का लाभ जनता को दिलाना है, यही महत्वपूर्ण कार्य संगठन का है। इन दोनों कार्यों में प्रदेश अध्यक्ष विफल रहे हैं। यहां तक कि संगठन की कार्य शैली पर पिछले दिनों दिल्ली में हुई बैठक में भी चर्चा हुई थी। हमारे नेता राहुल गांधी ने भी संगठन के कार्यों को लेकर टिप्पणी की थी। कहा कि प्रदेश अध्यक्ष जब कभी भी मुख्यमंत्री के पास जाते हैं अपने किसी स्वजातीय या रिश्तेदार के ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए जाते हैं। या फिर आरपीएन सिंह के चहेते को बोर्ड या निगम में स्थान दिलाने के लिए जाते हैं। जन घोषणा पत्र में किया गया एक वायदा प्रदेश अध्यक्ष बतायें कि इनके प्रयासों से पूरा हुआ हो। 

गुटबाजी को बढ़ावा मिला
वरिष्ठ कांग्रेस नेता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष के कार्यकाल में गुटबाजी को बढ़ावा मिला, पूरे प्रदेश में अराजकता बढ़ी है, नाराजगी है, आक्रोश है, मारपीट हो रही है, राष्ट्रीय पदाधिकारियों के पुतले तक जलाये गये हैं। वरिष्ठ, अनुभवी और संघर्षशील पार्टी कार्यकर्ताओं को संगठन से दूर रखा गया है। जिसका खामियाजा संगठन को उठाना पड़ रहा है। किशोर शाहदेव ने कहा सरकार में 17 विधायकों के साथ गठबंधन में होने के बावजूद किसी भी योजना का नाम कांग्रेस के विभूतियों के नाम पर अंकित नहीं है। किशोर शाहदेव ने कहा कि रामगढ़ उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी की हार यह साबित करने के लिए काफी है कि पार्टी ने अपना जनाधार खो दिया है। 

उत्साह देखने को नहीं मिला

वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने कहा पूरे राज्य में कहीं भी प्रदेश अध्यक्ष के दो  साल के कार्यकाल को लेकर उत्साह देखने को नहीं मिला। प्रदेश अध्यक्ष जो लगातार घूम घूमकर कहते फिर रहे हैं कि मैं रहूं या ना रहूं,1100 वोट लाकर एवं दूसरे पार्टी से आकर मंत्री का दर्जा मिल गया। डॉ गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस नेताओं का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही इस बाबत दिल्ली कूच करेगा। 

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