घने जंगल के बीच एवं अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र बूढ़ा पहाड़ के समीप बसे कुजरूम, लाटू एवं जयगीर के ग्रामीणों को पुनर्वास के लिए झारखंड सरकार उन्हें विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए निरंतर पहल कर रही है।
आज उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के लाखों महिलाओं के खाते में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की राशि ट्रांसफर की गई। आज का कार्यक्रम हजारीबाग के सिंदूर मैदान में किया गया था।
सीएम ने कहा कि अमर वीर शहीद नीलांबर-पीतांबर की वीर भूमि पलामू प्रमंडल की लाखों बहनों को झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (JMMSY) के अंतर्गत सम्मान राशि प्रदान करने का परम सौभाग्य मिला।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आज मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में राज्य के डीजीपी अनुराग गुप्ता और एडीजी सुमन गुप्ता ने भेंट की।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य के पांच प्रमंडलों की पात्र महिलाओं को मंईंयां सम्मान योजना का लाभ देंगे। इसका कार्यक्रम जारी कर दिया गया है।
जेएमएम युवा मोर्चा पलामू की ओर से आज बुलेट रैली निकाली गयी। रैली का नेतृत्व जेएमएम पलामू के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद सिन्हा ने किया। अध्यक्षता जेएमएम युवा मोर्चा के अध्यक्ष सन्नी शुक्ला द्वारा की गयी।
झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत महिलाओं के खाते में आने वाली 1000 रुपये की राशि पर अब साइबर अपराधियों की नजर है।
सीएम हेमंत सोरेन का 21 अगस्त को पलामू में आयोजित कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री अब 22 अगस्त को अपने निर्धारित कार्यक्रम झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का शुभारंभ करने पलामू आएंगे।
रक्षा बंधन के पावन त्योहार के मौके पर रक्षाबंधन के शुभ सोमवार को कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में दुमका के शिकारीपाड़ा प्रखंड स्थित सीतासाल निवासी मति सोरेन ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कलाई पर राखी बांधी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चंपाई सोरेन की नाराजगी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। सोमवार को पाकुड़ में पत्रकारों से बात करते हुए हेमंत ने कहा कि कहां कौन नाराज है, चंपाई दा ने तो हमको कुछ नहीं बताया।
सीएम हेमंत सोरेन ने राज्य की बहनों को रक्षाबंधन की बधाई दी है। एक संदेश जारी करते हुए उन्होंने कहा है, रक्षाबंधन का यह पावन पर्व झारखंड की आधी आबादी को स्वस्थ जीवन, सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करे, यही कामना करता हूं।
आज पाकुड़ से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत की। डीबीटी की माध्यम से महिलाओं के खाते में पैसे भेजे गये।