आज जब सीएम नीतीश कुमार चिराग के चूड़ा-दही भोज में शामिल होने लोजपा कार्यालय पहुंचे, तो वहां चिराग खुद ही नहीं नजर आए। ऐसे में सीएम नीतीश लोजपा कार्यालय से बिना कुछ खाये ही वापस लौट गये।
आज देशभर में मकर संक्रांति का त्योहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।
बिहार में मकर संक्रांति के मौके पर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। BJP के वरिष्ठ नेता और डिप्टी CM विजय सिन्हा ने सोमवार को पटना स्थित अपने सरकारी आवास पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया।
राजधानी रांची के मार्केट में कई डिजाइन के पतंग बिकते नजर आए। लेकिन इस साल सबसे ज्यादा डिमांड में अगर कोई पतंग रही तो वह ईडी की रही।
आज 14 जनवरी है। कई सालों से इसी दिन को मकर सक्रांति मनाया जाता रहा है। अब हर साल 2 तारीखों पर बहस छिड़ जाती है कि मकर सक्रांति 14 जनवरी को है या 15 को। हालांकि अब आपको इस बहस में नहीं पड़ना चाहिए क्योंकि वर्ष 2008 से 2080 तक मकर संक्रांति 15 जनवरी को ही
पूरे देश में मकर संक्रांति मनाई जा रही है। कोरोना की तीसरी लहर की वजह से उत्साह थोड़ा कम है लेकिन लोग अपने परिवार के साथ त्योहार का आनंद ले रहे हैं। इस बीच बाबा बासुकीनाथ धाम में भी मकर संक्रांति का त्योहार मनाया गया। बाबा बासुकीनाथ धाम मंदिर में पैराणिक
मकर संक्रांति का त्योहार नजदीक आ पहुंचा है। मकर संक्रांति की बात हो और तिलकुट का जिक्र ना हो तो बात अधूरी सी लगती है। तिलकुट का स्वाद हर किसी को पसंद है। दही-चूड़ा के साथ अगर तिलकुट ना मिले तो फिर मकर संक्रांति का त्योहार पूरा नहीं होता। ऐसे में बाजार तिल
आज से सूर्य मकर राशि में प्रवेश कर जाते हैं और सूर्य उत्तरायण हो जाता है