द फॉलोअप डेस्क
आज देशभर में मकर संक्रांति का त्योहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। यह पर्व हर साल 14 या 15 जनवरी को मनाया जाता है, जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है। इसे हिंदू पंचांग के अनुसार शुभ तिथि माना जाता है।
मकर संक्रांति के दिन सूर्य उत्तरायण होता है, जिससे दिनों की अवधि बढ़ने लगती है और सर्दी कम होने लगती है। धार्मिक दृष्टि से इस दिन गंगा स्नान, दान-पुण्य और पूजा का विशेष महत्व होता है। लोग इस दिन तिल और गुड़ से बने व्यंजन खाते हैं और एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं
उत्तर भारत में इस पर्व को खिचड़ी के रूप में भी मनाया जाता है, जबकि गुजरात और राजस्थान में पतंग उत्सव का आयोजन किया जाता है। दक्षिण भारत में इसे 'पोंगल' के नाम से जाना जाता है और वहां धूमधाम से मनाया जाता है। मकर संक्रांति सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि प्रकृति, सामाजिक और सांस्कृतिक समरसता का प्रतीक है। यह हमें एक नई शुरुआत करने और दूसरों के साथ प्रेम और सद्भाव साझा करने की प्रेरणा देता है।