1951 में 46 फीसदी आदिवासियों की आबादी थी। अब यह घटकर 22 फीसदी रह गई है। मुस्लिमों की संख्या बांग्लादेशियों के कारण बढ़ी है। आनेवाले समय में आदिवासियों को खोजना पड़ेगा।
मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, झारखंड में मानसून सक्रिय है। इसका असर दिख रहा है। शनिवार को 8 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है।
मानसून की हवा पूरे झारखंड में फैल गयी है। राज्य के कई हिस्सों में बारिश शुरू हो गयी। 21 जून संताल के रास्ते मॉनसून ने राज्य में कदम रखा था।
झारखंड के कई जिलों में मॉनसून का प्रवेश होना बाकी है। इन जिलों के लोग मॉनसून का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। बुधवार को लोहरदगा, सिमडेगा, गुमला समेत कई जिलों में अच्छी बारिश हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र रांची के मुताबिक, झारखंड के सभी जिलों में 26 जून (बुधवार) से 29 जून (शनिवार) तक भारी बारिश होगी।
झारखंड प्रतियोगी परीक्षा विधेयक 2023 को काला कानून बताते हुए भाजपा के विधायक वेल में पहुंचे. इस दौरान सदन से पारित हुए इस विधेयक को वापस लेने की मांग की
मानसून सत्र के आखिरी दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधायक दीपिका पांडेय ने भाजपा विधायकों की गैरमौजूदगी पर ध्यान दिलाया
स्थानीय नीति, मॉब लिंचिंग और ओबीसी आरक्षण विधेयक की अभी क्या स्थिति है. संसदीय कार्य मंत्री सदन में हैं, वह सदन को इसकी जानकारी दें
सदन के अंदर जनता से जुड़े कई मुद्दों को उठाया जाएगा पूर्ववर्ती सरकार ने जिस तरीके से लैंड बैंक को बनाया लेकिन उसका फायदा गरीब जनता को नहीं मिला उसे गरीब जनता को इस तरीके से इसका लाभ मिले इसे सदन के पटल पर रखा जाएगा। इसके साथ ही 27 फीसदी आरक्षण लागू करने क
इस मॉनसून झारखंड में खूब बारिश हुई। बादल पिछले 21 दिनों से प्रदेश पर मेहरबान है। मौसम विभाग के मुताबिक केवल जून महीने में ही राज्य में 219.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। ये पिछले मॉनसून से 104 फीसदी ज्यादा है। इस अवधि में आमतौर पर 107.8 मिमी बारिश होती रही ह