झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने बुधवार को विधायक दल के साथ बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित किया।
11 बजे दिन में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद एक और बैठक पार्टी मुख्यालय में चल रही है। 24 घंटे के भीतर कांग्रेस विधायक दल की ये दूसरी बैठक है।
कांगेसी नेता शशि थरूर ने ये बोलकर सियासी बहस छेड़ दिया है कि वे इस बार लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार होंगे और जीतेंगे भी। भले ही उनके विरोध में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही क्यों न खड़े हो जायें।
कश्मीर मसले पर नेशनल कांफ्रेस के नेता औऱ पूर्व सीएम फारूक अबदुल्लाह ने ये बोलकर हलचल मचा दिया है कि समस्या पर बातचीन नहीं होने से हमारा भी हाल फिलिस्तीन के गजा की तरह हो सकता है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 'जेएन. 1' के महाराष्ट्र में नौ, कर्नाटक में आठ, केरल में छह, तमिलनाडु में चार और तेलंगाना में दो मामले सामने आए हैं। गोवा में सबसे अधिक 34 मामले पाए गए।
कोरोना का नया वेरिएंट JN.1 महाराष्ट्र में फैलने लगा है। ताजा जानकारी के अनुसार यहां कोरोना के 6 केस मिले हैं। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर संक्रमित मरीजों का आकड़ा 4000 पार कर गया है।
इस नए वैरिएंट से अस्पतालों में मरीजों के भर्ती और मरने वालों के मामले वैसे नहीं है जैसे डेल्टा वैरिंएंट के थे। लेकिन नई रिसर्च में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पता लगा है कि कोरोना का यह नया वैरिएंट आपकी आवाज छीन सकता है।
तेलंगाना के नलगोंडा जिले में एक सत्र न्यायाधीश बी तिरूपति ने शुक्रवार को बलात्कार के मामले में दोषी के खिलाफ सजा सुनाई।
कोरोना के नये वेरिएंट JN.1 को लेकर पंजाब में मास्क पहना जरूरी कर दिया गया है। भीड़-भाड़ वाली जगह के साथ अस्पताल में मरीजों और चिकित्सकों के लिए मास्क पहना आवश्यक कर दिया गया है।
कोरोना पूरे देश में धीरे-धीरे पांव पसारता जा रहा है। झारखंड में भी दो कोरोना के मरीज मिले हैं, जो जमशेदपुर के टीएमएच में भर्ती हैं। दोनों मरीजों का वैरिएंट जेएन-1 है या नहीं यह पता लगाने में समय लग सकता है
कोरोना का नया JN.1 वैरिएंट भारत में तेजी से पैर पसार रहा है। देशभर में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 640 नए मरीज मिले हैं। इसके साथ ही देशभर में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 2997 हो गई है। वहीं एक वयक्ति के मौत की खबर भी सामने आई है।
अस्पतालों में अतिरिक्त बिस्तरों,ऑक्सीजन सिलेंडर जैसी व्यवस्था पहले से ही पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं। कह सकते हैं कि आपात स्थिति से निपटने को रांची के अस्पताल तैयार हैं।