द फॉलोअप टीम, बोकारो:
प्रेम के बाद शादी के वादे के बहाने दैहिक रिश्ते बनाना और बाद में मुकर जाना। आजकल के प्रेम की यही कहानी है। ताजा मामला जिले के बेरमो अनुमंडल के नावाडीह ब्लॉएक का है। 9 जनवरी को एक नवजात शिशु श्मसान में कम्बल में लपेटा मिला था। पुलिस बच्चे के माँ-बाप को ढूंढने में लगी थी। अब एक लड़की को उस नवजात की माँ होने का दवा कर रही है। यह लड़की कस्तूरबा स्कूल की छात्रा है। छात्रा ने बताया कि उसके प्रेमी ने उसे शादी करने से मना कर दिया है। इस मामले को पंचायत ने भी दबाने की पूरी कोशिश की और अब यह मामला थाने में आ गया है।
पंचायत में भी प्रेमी ने शादी से किया इंकार
नाबालिग छात्रा के रिश्तेदार ने लड़की के प्रेमी के घर जाकर शादी का दबाव बनाया। पंचायत भी हुई लेकिन लड़के ने शादी करने से मना कर दिया। लड़के ने कहा कि अभी वह 5 साल शादी नहीं करेगा। लेकिन लड़की के परिजनों ने तत्काल शादी करने का दबाव बनाया। नाबालिक होने के कारण मुखिया ने इसकी सूचना पेंक नारायणपुर पुलिस के दी और दोनों को थाना ले गए। लड़की की उम्र लगभग 16 वर्ष 2 माह है। वह धनबाद जिले के तोपचांची प्रखंड स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में इंटर की छात्रा है।
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बुआ के घर में रहती है नाबालिग
बताया जा रहा है की इस नाबालिग छात्रा के माँ-बाप नहीं है और वह अपनी बुआ के घर में रहती है। 9 जनवरी को घर में ही छात्रा ने बच्चे को जन्म दिया। समाज के डर से परिजन ने बच्चे को जमुनिया नदी के किनारे फेक दिया था। नाबालिग की एक बहन कोठी मुंगो के रंगामाटी पंचायत में रहती है। छात्रा ने हालांकि अबतक प्रेमी के खिलाफ पुलिस से शिकायत नहीं की है। इसलिए मामला अटका हुआ है हालांकि आरोपी पुलिस के निगरानी में है।