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घोर आश्चर्य ! 5 बार लिया गया कोरोना मरीज का सैंपल, रिपोर्ट न पॉजिटिव, न निगेटिव, क्या है गड़बड़झाला?

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द फॉलोअप टीम-दिल्ली-ICMR और सरकार की तरफ से साफ निर्देश है कि कोरोना मरीज क्लिनिकली फिट है और ठीक महसूस कर रहा है तो बिना निगेटिव रिपोर्ट आए भी छुट्टी दी जा सकती है। खासकर मॉडरेट मरीजों को बिना रिपोर्ट के छुट्टी दी जा सकती है लेकिन दिल्लीक के RML अस्पताल का जो सच हम आपको बता जा रहे हैं वो वाकई हैरान करनेवाला है। यहां फीवर और खांसी की शिकायत के बाद 21 मई को भर्ती कराए गए के. विजय नाम के एक कोरोना पेसेंट पिछले 36 दिनों से भर्ती है। अभी तक 7 बार उनका सैंपल लिया जा चुका है। इसमें से 2 बार रिपोर्ट पॉजिटिव आई लेकिन पिछले 5 बार से बताया जा रहा है कि उनकी रिपोर्ट न तो पॉजिटिव है और ना ही निगेटिव। के विजय ने कहा कि वो पूरी तरह से ठीक हैं और डॉक्टरों के कहे मुताबिक अभी सिर्फ विटामिन-सी की सुबह शाम एक-एक गोली खा रहे हैं।
रिपोर्ट निगेटिव नहीं आने से अस्पताल में हैं भर्ती
के. विजय की तरह राम मनोहर लोहिया अस्पताल में कोविड के इलाज के लिए एडमिट कुछ और मरीजों का भी यही आरोप है। उनका भी कहना कि बार-बार सैंपल लिया जा रहा है, लेकिन हर बार बताया जाता है कि रिपोर्ट में कुछ नहीं है। इस वजह से मजबूर उन्हें अस्पताल में ही रहना पड़ रहा है। के. विजय के साथ-साथ अबतक योगेश शर्मा और इंस्पेक्टर जय नारायण इस तरह की शिकायत कर चुके हैं। 
इंफेक्शन बॉर्डर लाइन पर होने के कारण होता है ऐसा 
मरीजों का यह भी आरोप है कि सैंपल तुरंत लैब में नहीं पहुंचाए जाते। वह बाहर ही पड़ा रहता है। एक मरीज ने कुछ फोटो और विडियो भी शेयर किया है, जिसमें कुछ सैंपल दिख रहे हैं। हालांकि, यह पता नहीं चल रहा है कि इसमें कोविड का सैंपल है या नहीं। अस्पताल प्रबंधन से जब इस बारे में बात की गई तो उसने ऐसे सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया। बताया गया कि बाहर कोविड सैंपल नहीं है। मरीज की रिपोर्ट इनडिटरमिनेट है। रिपोर्ट में कुछ भी साफ नहीं होने के सवाल पर अस्पताल का कहना है कि जब इन्फेक्शन बॉर्डर लाइन पर होता है तो ऐसी रिपोर्ट आती है। 
संक्रमण पुराना होने पर साफ नहीं आती है रिपोर्ट
इनडिटरमिनेट रिपोर्ट के बारे में डॉक्टर बताते हैं कि मरीज में वायरस का लोड बहुत कम होने के कारण ऐसा होता है। उसके अंदर डेड आरएनए हैं जिस कारण जांच में ऐसा आता रहेगा। डॉक्टरों के मुताबिक संक्रमण बहुत पुराना होने पर भी ऐसी संभावनाएं बनी रहती है।