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राजद​​​​​​​ ने फोटे शेयर कर नई संसद भवन की तुलना ताबूत से की, सुशील मोदी बोले- ‘क्या वे लोकसभा की सदस्यता से देंगे इस्तीफा'

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द फॉलोअप डेस्क

बहिष्कार और विरोध के बीच रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई संसद का उद्घाटन किया। इस मौके पर जहां देश की 21 पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार किया, तो वहीं 25 पार्टियां  इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इधर, बिहार में इसे लेकर राजनीति जारी है। आरजेडी ने नए संसद भवन की तुलना ताबूत से कर दी। राष्ट्रीय जनता दल के ट्विटर हैंडल से एक विवादित फोटो ट्वीट किया गया, जिसमें एक ओर नए संसद भवन की बिल्डिंग है तो दूसरी ओर ताबूत की तस्वीर लगी है। ताबूत की तस्वीर लगाकर ये पूछा गया है कि 'ये क्या है?'

बीजेपी ने RJD के ट्वीट पर किया पलटवार

नए संसद भवन को लेकर आरजेडी ने अपने ट्विटर हैंडल से विवादित ट्वीट किया है। इसके बाद बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने भी इस पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि आज भले ही सभी दलों के लोगों ने भवन बहिष्कार किया हो, लेकिन कल सदन की कार्यवाही तो वहीं चलने वाली है। उन्होंने कहा कि  'RJD ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक ओर नए संसद भवन का चित्र और दूसरी और मृतक को रखने वाले बक्सा यानी ताबूत का चित्र डाला है। पहला चित्र भारत का भविष्य है और दूसरा चित्र RJD का भविष्य है। भारत के गौरव दिवस पर इतनी शर्मनाक हरकत आरजेडी और जदयू ही कर सकता है।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि क्या वे लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे? ताबूत का चित्र दिखाना इससे ज्यादा अपमानजनक कुछ नहीं है। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि ऐसे लोगों को देशद्रोह का मुकदमा होने चाहिए। वहीं, आरजेडी के ट्वीट पर बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और बेतिया से लोकसभा सांसद संजय जायसवाल ने आरजेडी के इस ट्वीट को शर्मनाक बताते हुए लालू परिवार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आरजेडी ने भारत की संसद की तुलना बहुत निचले स्तर पर की है।

 नए संसद भवन को जेडीयू ने कलंक, तो राजद ने बताया ताबूत 

28 मई 2023 को देश का अपना संसद भवन मिल गया। मॉनसून सत्र ब्रिटिश द्वारा बनाए गए संसद भवन में नहीं बल्कि भारतीयों द्वारा बनाए गए नए संसद भवन में चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका विधिवत उद्घाटन किया। जेडीयू ने जहां नए संसद भवन को देश पर कलंक बताने का काम किया। वहीं, लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल में नए संसद भवन की तुलना ताबूत से की है। जेडीयू ने आरजेडी के इस ट्वीट से किनारा करते हुए कहा कि ये राष्ट्रीय जनता दल ही बता सकती है कि उस तस्वीर का मतलब क्या है? जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि नया संसद भवन मोदी सरकार के ताबूत का आखिरी कील साबित होगा।

कई विपक्षी दल भी नए संसद भवन के उद्घाटन का कर चुके विरोध 

मालूम हो कि  इससे पहले कई विपक्षी दल भी नए संसद भवन के उद्घाटन का विरोध कर चुके हैं। सभी विपक्षी पार्टियों का यही कहना है कि अगर संसद भवन बनाया भी गया है तो उसका उद्घाटन संसद भवन के कस्टोडियन राष्ट्रपति को करना चाहिए। वहीं, राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने 1 दिन पहले कहा कि जब राष्ट्रपति पद का चुनाव हो रहा था, तब बीजेपी आदिवासी समाज समाज से आने वाली दौप्रदी मुर्मू को आगे लाकर अपना पीठ थपथपा रही थी। अब उसी आदिवासी समाज से आने वाली महिला राष्ट्रपति से नए संसद का उद्घाटन नहीं कराकर बीजेपी के लोग उनका अपमान कर रहे हैं।

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