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30,000 फीट की ऊंचाई पर थी फ्लाइट, बिगड़ी बच्चे की तबीयत; झारखंड के IAS ने इस जुगाड़ तकनीक से बचाई जान

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रांची  
रांची से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट उस समय 30,000 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ रही थी। तभी फ्लाइट में सवार एक बच्चे की तबीयत बिगडऩे लगी। विमान में अफरा-तफरी मच गयी। क्योंकि बच्चे का बचना सभी को मुश्किल लग रहा था। बच्चे के परिवार को भी। फ्लाइट के क्रू मेंबर ने अनाउंस किया कि बच्चे की हालत खऱाब है। अगर फ्लाइट में कोई चिकित्सक मौजूद हैं तो बच्चे की मदद करें। लेकिन अफसोस कि फ्लाइट में कोई प्रोफेशनल चिकित्सक भी नहीं था। तभी विमान में सवार झाऱखंड के आइएएस अधिकारी डॉ नितिन मदन कुलकर्णी सामने आये। उन्होंने अपने अनुभव औऱ फ्लाइट में मौजूद साधन के मुताबिक बच्चे की शुरुआती जांच की। बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी।

इस तरह बची बच्चे की जान 

ऐसे में नितिन कुलकर्णी ने विमान में मौजूद ऑक्सीजन का इस्तेमाल किया और बच्चे को सांस लेने में हो रही प्राब्लम को दूर किया। कुछ ही देर में बच्चा सामान्य तरीके से सांस लेने लगा। इससे बच्चे के परिवार ने राहत की सांस ली। औऱ बताया कि वे बच्चे को इलाज के लिए दिल्ली लेकर जा रहे हैं। बच्चे को पहले से सांस की शिकायत है। यह परिवार हजारीबाग का रहने वाला है। औऱ नितिन कुलकर्णी झारखंड के राज्यपाल के प्रधान सचिव हैं। फ्लाइट में सवार एक यात्री ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायर किया है। जिसे काफी लाइक्स मिल रहे हैं और शेयर किया जा रहा है। बता दें कि इस फ्लाइट में आइएएस नितिन मदन कुलकर्णी के साथ उनकी पत्नी सुमन गुप्ता भी थीं। 

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