logo

10 अप्रैल की बंदी में नहीं हुआ है बदलाव, छात्रों ने कहा-बंद तो होकर रहेगा 

protest3.jpg

द फॉलोअप डेस्कः 
राज्य में लागू किए गए 60-40 नियोजन नीति के खिलाफ झारखंड के युवा लगातार मुखरता से बोल रहे हैं। पहले छात्रों ने 8 अप्रैल को मुख्यमंत्री आवास का घेराव, 9 अप्रैल को मशाल जुलूस और 10 अप्रैल को झारखंड बंद की घोषणा की थी। लेकिन इसी बीच गुरुवार को झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का निधन हो गया तो छात्रों ने यह निर्णय लिया कि अब 17 अप्रैल को मुख्यमंत्री आवास का घेराव, 18 अप्रैल को मशाल जुलूस, 19 अप्रैल को झारखंड बंद करेंगे। लेकिन फिर आज बापू वाटिका के पास कई छात्र संगठन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 9 तारीख का मशाल जुलूस और 10 तारीख का झारखंड बंद उसी तरह से होगा जैसे पहले निर्धारित किया गया था। इस कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया गया है।


हम लेकर रहेंगे अपना अधिकार
छात्रों ने कहा कि जगरनाथ महतो के निधन शोक हमें भी है। वह झारखंड के सच्चे सपूत थे और उन्होंने हमेशा ही नियोजन नीति और स्थानीय नीति को लेकर मुखरता से बात की है। वह भी आज होते तो यही कहते कि झारखंड के युवाओं आंदोलन करो। हम आंदोलन कर अपना हक अधिकार लेकर रहेंगे। जगरनाथ महतो का सपना पूरा करके रहेंगे। झारखंड उलगुलान छात्र संगठन से रवि पीटर और क्रांतिकारी छात्र सफी इमाम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि 10 अप्रैल को झारखंड बंद रहेगा। यह बंद पूरी तरह संवैधानिक तौर पर किया जाएगा। किसी तरह की कोई आग लगी की घटना इत्यादि नहीं की जाएगी। शांतिपूर्ण आंदोलन किया जाएगा। नेशनल हाईवे जाम किया जाएगा। मेडिकल सेक्टर को बंदी से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।