रांची
कृषि का क्षेत्र हो या पशुपालन का। खिलाड़ी हों या श्रमिक। रोजगार करना चाहते हों या स्वरोजगार। आप जिस भी फील्ड में आगे बढ़ना चाहते हैं, सरकार आपकी पूरी मदद करेगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज रामकृष्ण मिशन विवेकानंद एजुकेशन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट मोरहाबादी, रांची के वार्षिक दीक्षांत समारोह- 2023 को संबोधित करते हुए ये बातें कही। उन्होंने विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल और डिग्री प्रदान करते हुए उम्मीद जताई कि यहां से निकला हर नौजवान अपनी एक अलग पहचान बनाएगा और स्वामी विवेकानंद के आदर्शो पर चलते हुए मजबूत समाज के निर्माण में योगदान देगा।
व्यवस्था को दे रहें हैं मजबूती
मुख्यमंत्री कहा कि राज्य में पहले से जो व्यवस्थाएं चली आ रही हैं, वह चलती रहेगी। लेकिन, उसके समानांतर एक ऐसी उत्कृष्ट और मजबूत व्यवस्था हम तैयार कर रहे हैं जो आगे चलकर स्वतः पूर्व की व्यवस्था की जगह ले लेगा। यह नवीन व्यवस्था राज्य की नींव को मजबूती देने का काम करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती हमारी सरकार की प्राथमिकता है, उसी तरह रामकृष्ण मिशन भी उसी क्षेत्र में काम कर रही है जो आज के भौतिकवादी युग में हाशिये पर हैं। ऐसे में सरकार को यह संस्था मार्गदर्शन करे। उन्होंने यह भी कहा कि कृषि और पशुपालन हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती थी, लेकिन आज खेतों की जगह खदान और फैक्ट्रियां नजर आ रही हैं। ऐसे में विकास की अंधी दौड़ में परंपरागत व्यवस्था को पूरी तरह नजर अंदाज करना झारखंड जैसे राज्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है। यही वजह है कि हमारी सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत कर रही है। गांव मजबूत होंगे तो राज्य और देश भी मजबूत बनेगा।
विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया
मुख्यमंत्री ने रामकृष्ण मिशन आश्रम परिसर में स्थित स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। उन्होंने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी लंबे समय से इच्छा थी कि इस संस्था में आकर यहां की गतिविधियों को जानें और समझें। जो आज स्वामी जी के सहयोग से पूरा हुआ। रामकृष्ण मिशन जिस तरह झारखंड जैसे प्रदेश के उत्थान के लिए कार्य कर रहा है, वह सराहनीय है। इस मौके पर रामकृष्ण मिशन की दो पत्रिकाओं का भी मुख्यमंत्री ने विमोचन किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री बादल, रामकृष्ण मिशन आश्रम, रांची के स्वामी सुविदानंद जी महाराज, स्वामी सर्वात्मानंद जी महाराज, स्वामी आत्मानंद जी महाराज और स्वामी भवेशानंद जी महाराज के अलावा रामकृष्ण मिशन विवेकानंद एजुकेशनल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट से जुड़े अन्य स्वामी जी तथा विद्यार्थी मौजूद थे।