द फॉलोअप डेस्क
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि जमशेदपुर देश का एक प्रमुख औद्योगिक शहर है। आर्थिक गतिविधियां, भारी वाहनों आदि के परिचालन एवं अन्य व्यवसायिक गतिविधियों के कारण शहर की आम जनता को जाम एवं यातायात असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही आये दिन बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं से बहुमूल्य जान-माल की क्षति हो रही है, जो अत्यंत चिन्ताजनक विषय है। जमशेदपुर शहर में यातायात के दबाव कम कर जनता को राहत देने के लिए पूर्व में सरकार द्वारा निम्नांकित आधारभूत संरचना विकास योनजाएं स्वीकृत की गयी थी। दुर्भाग्यवश इन योजनाओं के लंबित होने से स्थिति और गंभीर हो गयी है। ये योजनाएं है
1. जमशेदपुर में गोविंदपुर उपरी पथ एवं बाईपास निर्माण इस परियोजना की निविदा 138.74 करोड़ रुपये की लागत से निष्पादित हो चुकी थी, किंतु निर्माण कार्य लंबित है।
2. लिट्टी चौक से स्वर्णरेखा नदी तक एनएच-33 को जोड़ने वाले पुल एवं पथ का निर्माण इस योजना का शिलान्यास भी हो गया था, परंतु आगे की कार्रवाई लंबित है। जनहित में टाटा मोटर्स से थीम पार्क होते हुए लिट्टी चौक के लिए एनएच-33 तक पथ एवं पुल का निर्माण कार्य शीघ्र कराने का आवश्यकता है।
3. मानगो में एनएच-33 पर नया इंटर स्टेट बस टर्मिनल निर्माण मानगो पुल के पास स्थित बस स्टैंड को स्थानांतरित करने के निमित एनएच-33 पर नया इंटर स्टेट बस टर्मिनल निर्माण योजना की स्वीकृति दी गयी थी। इस योजना के अंतर्गत केवल बाउंड्री वाल का निर्माण हुआ है, शेष कार्य अभी भी लंबित है, इसे शीघ्र पूरा कराया जाना आवश्यक है।
उपर्युक्त परियोजनाओं का क्रियान्वयन समय पर पूर्ण होने से जमशेदपुर की जनता को बड़ी राहत मिलेगी और यातायात व्यवस्था में काफी सुधार होगी। यह न केवल राज्य के औद्योगिक विकास को गति देगा, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा एवं सुविधा को भी सुनिश्चित करेगा। अतः आपसे निवेदन है कि इन योजनाओं का कार्यान्वयन ससमय करवाया जाय, ताकि जमशेदपुर के नागरिकों को यातायात, जाम और अन्य समस्याओं से शीघ्र मुक्ति मिल सके।