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मनीष जायसवाल ने इरफान अंसारी को भिजवाया लीगल नोटिस, इस बात से आहत हुए हैं सांसद

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द फॉलोअप डेस्कः
हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी को लीगल नोटिस भेज दिया है। दरअसल इरफान अंसारी ने मनीष जायसवाल को लेकर एक मीडिया चैनल में बयान दिया था। उसे लेकर ही मनीष जायसवाल ने वकील के माध्यम से नोटिस भेजा है और कहा है कि इरफान अंसारी ने लाइव दैनिक नामक समाचार चैनल को साक्षात्कार देते हुए मेरे मुवक्किल को बदनाम करने के एकमात्र इरादे से एक बिल्कुल अपमानजनक, झूठी और सबसे गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी की है। जब उनसे जेएसएससी सीजीएल पेपर लीक को लेकर रिपोर्टर ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि  "हजारीबाग के जो सांसद है वो करवाया है वो एक्सपर्ट है इन सब में। वो नहीं चाहता की हमारे बच्चो का भविष्य संवरे..." नोटिस में कहा गया है कि इस टिप्पणी के लिए इरफान अंसारी माफी मांगे। माफी नहीं मांगने पर आपके खिलाफ मनीष जायसवाल कानूनी कार्रवाई करेंगे। 


नोटिस में आगे लिखा गया है कि "इस साक्षात्कार को व्यापक रूप से प्रसारित किया गया है। जिसमें मेरे मुवक्किल के खिलाफ उपरोक्त हद तक गलत और अपमानजनक बयान शामिल है। आपने साक्षात्कार में वह बयान बदनाम करने के एकमात्र इरादे से दिया है। मेरे मुवक्किल को उक्त साक्षात्कार और आपके द्वारा उसके खिलाफ दिए गए झूठे और अपमानजनक बयान के बारे में 5:39 मिनट की वीडियो क्लिपिंग के माध्यम से पता चला, जो साक्षात्कार के प्रसारित होने पर तुरंत उसके मोबाइल पर प्राप्त हुई थी। वीडियो क्लिपिंग में शामिल साक्षात्कार को देखने के तुरंत बाद, मेरे मुवक्किल को व्यक्तिगत चोट और गंभीर पूर्वाग्रहों का सामना करना पड़ा" 
 


नोटिस में कहा गया है कि आपके इस तरह के बयान से आम जनता में मनीष जायसवाल जो सार्वजनिक व्यक्ति भी हैं उनकी की छवि और प्रतिष्ठा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। मेरे मुवक्किल की अपने निर्वाचन क्षेत्र और पूरे देश में आम जनता की नजर में विश्वसनीयता है। इरफ़ान अंसारी जी आपको सच्चाई से कोई मतलब नहीं है। आपको स्पष्ट और प्रत्यक्ष ज्ञान होने के बावजूद कि उक्त मानहानिकारक बयान झूठा था, लेकिन आपने अपनी ओर से स्पष्ट दुर्भावना के साथ इसे फैलाया। इस तरह के अपमानजनक और झूठे बयान देते समय आप स्पष्ट रूप से गलती पर हैं।"


नोटिस में कहा गया है कि "आप परिणामी मानहानि के विरुद्ध भारी हर्जाना और मुआवज़ा देने के लिए उत्तरदायी हैं। मेरा मुवक्किल इसके खिलाफ सक्षम अदालत में जाने पर विचार कर रहा है। आप भी इस तरह के प्रसार और मेरे मुवक्किल पर पड़ने वाले बुरे परिणामों के लिए जिम्मेदार हैं। इसलिए, आपसे अनुरोध है कि आप इस तरह की फर्जी और निंदनीय खबर को वापस लें और इस नोटिस की प्राप्ति के तीन दिनों के भीतर बिना शर्त लिखित माफी प्रकाशित करें, ऐसा न करने पर मेरा मुवक्किल आपके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेगा। क्षति के लिए नागरिक कार्रवाई, मानहानि का मुकदमा दायर करना और आपराधिक मुकदमा चलाना, यह सब आपके जोखिम, लागत और परिणाम पर होगा।"