गढ़वा
पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा है कि झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना देश का अब तक का ऐतिहासिक योजना है। इस योजना से राज्य की आधी आबादी एक साथ लाभान्वित हो रही है। मंत्री ने कहा कि झारखंड के इतिहास में अब तक किसी भी सरकार ने इतनी बड़ी जनकल्याणकारी योजना लागू नहीं की है। जिससे बहन बेटियों को स्वावलंबी बनने में मदद मिले। इस योजना से राज्य की सभी बहन बेटियों में आशा की नई किरण जगी है। मंत्री ठाकुर ने कहा कि इस योजना से अब तक अकेले गढ़वा जिला में दो लाख से अधिक बहन-बेटी लाभान्वित हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक दो लाख 22 हजार 264 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें 1726 आवेदन रिजेक्ट हो गया है। जबकि दो लाख छः हजार 414 आवेदन अप्रूव हुआ है। 14 हजार 124 आवेदन लंबित है। सभी के खाते में पैसा जाना शुरू हो गया है। प्रति माह 15 तारीख तक सभी के खाते में 1000 रुपए नियमित रूप से जमा हो जाएगा। इससे बहन-बेटियों को अपने कार्यों में बहुत बड़ा सहयोग प्राप्त होगा।
फर्जी कॉल से रहें सावधान
झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने गढ़वा सहित पूरे राज्य की जनता से फर्जी कॉल से सावधान रहने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना से संबंधित अपने अकाउंट डिटेल की जानकारी किसी को भी नहीं दें। मंत्री ठाकुर ने कहा है कि झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के संदर्भ में कई लाभुकों के मोबाइल नंबर पर योजना को लेकर कॉल आने की जानकारी मिल रही है, जो पूरी तरह से फर्जी है। इसलिए योजना के तहत निबंधित बहन - बेटियों से आग्रह है कि योजना के संदर्भ में या राशि हस्तांतरण से सम्बन्धित कॉल आने पर ओटीपी या अपने बैंक खाते से संबंधित जानकारी कॉल करने वाले के साथ कदापि साझा नहीं करें।
लोगों को दी ये सलाह
कहा कि राज्य सरकार इस योजना को लेकर किसी तरह का कॉल नहीं कर रही है। इसलिए सभी लोग सतर्क रहें और ऐसे कॉल आने पर अपने बैंक खाता की जानकारी नहीं दें। उन्होंने कहा कि तेजी से बढ़ रहे ऑनलाइन फ्रॉड से बचना बहुत जरूरी है। कई लोग मैसेज या कॉल (बैंक का फर्जी कॉल) करके फ्रॉड कर रहे हैं। एसएमएस, व्हाट्सएप, मेल या टेलीग्राम के माध्यम से भी मैसेज आ सकते हैं। इसलिए सभी लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। साथ ही अपने आस पास के परिचितों, रिश्तेदारों तक भी यह जानकारी ज़रूर साझा करें। झारखण्ड पुलिस ऐसे मामलों को लेकर सतर्क है।