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ट्रेन में मूंगफली बेचकर जगरनाथ महतो ने  कमाए थे 645 रुपये, आज भी हर फेरीवाले की जुबान पर है वह दिलचस्प किस्सा

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द फॉलोअप डेस्कः 
झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो आज दुनिया में नहीं हैं। लेकिन कुछ-कुछ यादें वह ऐसी छोड़कर गये हैं जिसे आज भी लोग याद करेंगे तो दिल भर आएगा। बात 2015 की है जब खाने-पीने की चीजें बेचने वाले वेंडरों पर रेलवे ने रोक लगा दी थी। उनको आरपीएफ भगा दिया करती थी। इसकी शिकायत लेकर सभी वेंडर विधायक जगरनाथ महतो के पास पहुंचे थे। वेंडरों ने उनको अपना दुख सुनाया था। इसके बाद खुद जगरनाथ महतो डीआरएम से मिलने गये थे। उन्होंने यह रोक हटाने को कहा था। लेकिन फिर भी रेलवे ने यह रोक नहीं हटाई। इसके बाद वह खुद बादाम बेचने उतर गये। वह  खुद गले में बादाम की टोकरी लटका कर सवार हो गये। गोमो से बरकाकाना जाने वाली पैसेंजर ट्रेन में चढ़कर खुद ट्रेन में बादाम बेचने लगे थे। 


आरपीएफ ने कर दिया था केस
जगरनाथ महतो ने ट्रेन पर चढ़ते ही आवाज लगाई मूंगफली ले लो मूंगफली। पहले तो लोग उन्हें नहीं पहचान सके थे लेकिन जो रोज आना जाना करते थे। उनलोगों ने उनको पहचान लिया। विधायक को मूंगफली बेचते देख लोग काफी आर्श्चयचकित हो गये थे। लेकिन जब लोगों को मालूम हुआ कि वह फेरीवालों के समर्थन में मूंगफली बेच रहे हैं तो खरीदने वालों की लाइन लग गई। थोड़ी ही देर में जगरनाथ महतो ने 645 रुपये की मूंगफली बेच दी थी। उस पैसे को उन्होंने फेरीवालों के बीच बांट दिया था। यह देखने के बाद भी रेलवे ने पाबंदी नहीं हटाई थी। बल्कि ट्रेन में मूंगफली बेचने के मामले में आरपीएफ ने विधायक पर ही केस दर्ज कर दिया था। हालांकि, मामला रेल न्यायालय में पहुंचने के बाद उन्हें बरी कर दिया गया।