logo

जामताड़ा : जामा मस्जिद में सैकड़ों रोजेदारों ने किया इफ्तार, देश, राज्य की सुख शांति की मांगी दुआ

ramzan.jpg

द फॉलोअप डेस्क

रहमत, बरकत और मगफिरत का पाक महीना रमजान का पहला अशरा यानि 10 रोजा 2 अप्रैल रविवार को पूरा हो गया। इस दौरान मुसलमानों पर अल्लाह की रहमत नाजिल होती है। पैगंबर मोहम्मद की एक हदीस है जिसका मतलब है कि रमजान का पहला अशरा रहमत वाला है, दूसरा अशरा अपने गुनाहों की माफी मांगने का है, जबकि तीसरा अशरा जहन्नम की आग से अल्लाह की पनाह चाहने वालों का है। मुस्लिम समाज का सबसे बड़ा व लंबा चलने वाला त्यौहार पाक महीना रमजान है। इस दौरान बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी दिन भर भूखे -प्यासे रहकर रमजान का रोजा रखते हैं। इस संबंध में बताया गया कि रमजान का महीना तमाम महीनों से अफजल और इबादत वाला महीना है। इस मौके पर रोजेदार रोजा रखकर अल्लाह की बारगाह में हाजिरी लगाकर हर खास और आम लोगों के लिए दुआ मांगते हैं।

यह भी पढ़ें: विधायक के प्रयास से प्रियंका मुर्मू को मिला नई जिंदगी, कहा- बिटिया को बनाऊंगा डॉक्टर

पत्रकार आरिफ हुसैन की मां के लिए मांगी दुआ

इस पाक महीने में जामताड़ा के पाकडीह व सरखेलडीह जामा मस्जिद में पत्रकार आरिफ हुसैन अपनी मरहूमा मां के नाम से रोजेदारों को रोजा इफ्तार कराया। इस दौरान सैंकड़ों की संख्या में रोजेदार शामिल हुए। जहां रोजा खोलने से पहले उनकी मां के लिए दुआ की गई। इसके साथ ही देश और राज्य की सुख शांति की दुआ मांगी। इस मौके पर जामा मस्जिद के इमाम हाफिज कमरुद्दीन अंसारी ने रमजान की खासियत और रोजा इफ्तार कराए जाने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पैगंबर मोहम्मद ने बताया है कि एक रोजेदार को जो कोई इफ्तार कराए अल्लाह ताला उसे ज्यादा सवाब देता है। मौके पर सद्दाम हुसैन शमशेर आलम जाहिद हुसैन आफताब हुसैन जलील अंसारी सादिक अंसारी अजीमुद्दीन अंसारी निसार अंसारी एहसान अंसारी सहित काफी संख्या में रोजेदार उपस्थित थे।

हमारे वाट्सअप ग्रुप से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें: https://chat.whatsapp.com/EUEWO6nPYbgCd9cmfjHjxT