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आदिवासी हितों के साथ हेमंत सरकार किसी भी हाल में कोई समझौता नहीं करेगी: आलमगीर आलम

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रांची
मंत्री एवं झारखंड विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा है कि सरकार जनजातीय समुदाय के हितों के साथ कोई भी समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदाय एवं मूलवासियों की अनेक समस्याएं हैं जिसका समाधान बहुत पहले हो जाना चाहिये था। लेकिन अफसोस की बात है कि झारखंड गठन के लगभग 23 साल बाद भी आज संतोषजनक स्थिति नहीं है। करम पर्व की संध्या आज शाम राजधानी के बनहोरा में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में के संबोधन में आलम ने कहा कि केन्द्र सरकार के असहयोग के कारण राज्य सरकार को अनेक मोर्चे पर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन हेमंत सरकार न तो टूटेगी न ही झुकेगी। इस अवसर पर अपने संबोधन में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि जमीन एवं प्रकृति के साथ जुड़ी हमारी सभ्यता संस्कृति ही झारखंड की ऐसी पहचान है जो यहां के जनजातीय समुदाय को पूरी दुनिया में अलग रूप-स्वरूप प्रदान करती है। ठाकुर ने कहा कि महिला आरक्षण के प्रति कांग्रेस का समर्पण शुरू से ही जगजाहिर है और आज स्थिति ने वैसा मोड़ लिया जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को को कांग्रेस के दबाव के आगे झुकना पड़ा। और लोकसभा एवं विधानसभा में महिलाओं के 33 प्रतिशत आरक्षण के लिए विधेयक पारित करना पड़ा।

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आदिवासियों को दी ये सलाह 
पूर्व मंत्री, झारखंड सरकार की समन्वय समिति के सदस्य एवं झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि जल, जंगल और जमीन के साथ आदिवासियों का जुड़ाव अचूक है। वे किसी भी हालत में अपनी जड़ से अलग होनेवाले नहीं हैं। उन्होंने जनजातीय समुदाय एवं मूलवासियों से भी बदलते समय, आधुनिक तकनीक के बाद भी सामंजस्य बिठाने और किसी भी हाल में अपनी मिट्टी, पहचान और जड़ से जुड़े रहने को कहा। आयोजन में शामिल मांडर की विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि आदिवासियों का समर्पण न केवल अपने जल, जंगल और ज़मीन के प्रति है बल्कि वे अपने देश, अपनी संस्कृति, अपने समाज आदि से भी उतनी ही गहराई से जुड़े हैं। तिर्की ने कहा कि आदिवासी संस्कृति, परंपरा, पहचान एवं सम्मान में बनहोरा के समर्पण का गौरवपूर्व इतिहास रहा है। 

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इन समूहों ने प्रस्तुत किये सांस्कृतिक कार्यक्रम 
गौरतलब है कि आज आदिवासी संस्कृति के गौरव से भरे इस कार्यक्रम में विविध खोड़ा समूह, बनहोरा बड़का टोली, महिला टीम, पंडरा खोड़हा टीम, कमड़े खोड़हा टीम, महिला संघ एवं काथलिक सभा,  संत फ्रांसिस चर्च, बनहोरा, बनहोरा बानू टोली, बनहोरा फागु टोली, दहिसोत नीचे टोली, बनहोरा दुलहुट्टू महिला खोढहा, नेमहा नगर, दहिसोत ऊपर टोली, दहिसोत नीचे टोली आदि ने सांस्कृतिक प्रदर्शन किया। इस अवसर पर समारोह में विपणन बोर्ड के अध्यक्ष रविन्द्र सिंह, अल्बिन लकड़ा, शिवा कच्छप, मुंतजिर खान, संजय तिर्की, सुनील टोप्पो, नीलम तिर्की, पुष्पा टोप्पो, महरु उरांव, गुड्डू उरांव, शुका उरांव, सुनील तिर्की, राजेश लिंडा, ललित उरांव आदि विशेष रूप से उपस्थित थे।