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कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा का किया शुद्धिकरण, छिड़के गंगाजल और गौ-मूत्र

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द फॉलोअप डेस्क

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को विधान सौधा यानि राज्य विधानसभा का शुद्धिकरण अनुष्ठान किया। सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा भवन में गंगाजल और गोमूत्र छिड़का और हवन-पूजन के बाद हनुमान चालीसा का पाठ किया। कांग्रेस का कहना था कि बीजेपी ने विधानसभा को अपने भ्रष्टाचार से दूषित कर दिया था। कर्नाटक के नए डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने इस साल जनवरी में कहा था कि विधानसभा को गोमूत्र से साफ करने का समय आ गया है।

विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों का हुआ शपथग्रहण

पूजन के बाद सोमवार को कर्नाटक विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों का शपथग्रहण हुआ। विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह का संचालन कांग्रेस के वरिष्ठतम विधायक आरवी देशपांडे प्रोटेम स्पीकर के रूप में किया। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, मंत्री जी परमेश्वर, के एच मुनियप्पा, एमबी पाटिल, केजे जॉर्ज, सतीश जारकीहोली, प्रियांक खड़गे आदि ने विधायक के रूप में शपथ ली है। इससे पहले कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने बंगलुरु में पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता एसएम कृष्णा का पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। कृष्णा यूपीए की सरकार में विदेश मंत्री रह चुके हैं। साथ ही एक समय में कार्नाटक में कांग्रेस की सियासत एसएम कृष्णा के ही ईर्द-गिर्द घूमा करती थी। शिवकुमार से उनके व्यक्तिगत रिश्ते माने जाते हैं। हालांकि, सिद्दारमैया के उभार के बाद कृष्णा खुद को साइड लाइन महसूस करने लगे और भाजपा का दामन थाम लिया था। शिवकुमार ने विधानसभा में प्रवेश से पहले विधानसभा की सीढ़ियों पर मत्था भी टेका। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बसवराज बोम्मई से भी मुलाकात की।

कांग्रेस पार्टी को प्रभु श्री राम से भी होती थी तकलीफ- पीएम

मालूम हो कि 2 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के विजयनगर में कहा था- यह देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस पार्टी को प्रभु श्री राम से भी तकलीफ होती थी और अब जय बजरंगबली बोलने वालों से भी तकलीफ हो रही है।

पीएफआई और बजरंगदल पर प्रतिबंध लगाने का वादा

मालूम हो कि 2 मई को कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव को लेकर अपने घोषणा पत्र जारी किया था। जिसमें कांग्रेस ने पीएफआई और बजरंगदल जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया था। घोषणा पत्र जारी होने के बाद इस मामले में बजरंगदल और भाजपा ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था।

कांग्रेस ने 'भ्रष्टाचार रेट कार्ड' किया था जारी

कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने भाजपा की डबल इंजन की सरकार को ट्रबल इंजन सरकार बताया था। 5 मई को कर्नाटक कांग्रेस ने 'भ्रष्टाचार रेट कार्ड' जारी किया था, जिसमें सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के घोटालों को बताया गया था। उस वक्त कांग्रेस विपक्ष में बैठी थी। कांग्रेस ने जारी कार्ड में  बताया था कि भाजपा सरकार ने सत्ता में रहते हुए 1.50 लाख करोड़ रुपए लूटे हैं। इसमें मुख्यमंत्री का रेट 2.500 करोड़ और एक मंत्री पद का रेट 500 करोड़ रुपए है।

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