द फॉलोअप डेस्क
आजादी के परवाने कार्यक्रम के तहत पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में स्वतंत्रता सेनानी जगलाल चौधरी की जयंती का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बिहार कांग्रेस द्वारा आयोजित कार्यक्रम में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी शामिल हुए। अपने संबोधन में राहुल गांधी ने एक बार फिर जातीय जनगणना की बात की और कहा कि हम देश में जातीय जनगणना कराएंगे। उन्होंने इसे बिहार की तरह नहीं, बल्कि तेलंगाना की तरह कराने की बात कही।
राहुल गांधी ने कहा कि जनगणना का उद्देश्य सिर्फ लोगों की संख्या जानना नहीं है, बल्कि इसे इस तरीके से कराया जाएगा जिससे दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को सक्रिय भागीदारी मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि नौकरशाही, शैक्षिक संस्थाएं, न्यायपालिका और मीडिया में दलित, पिछड़े और आदिवासी समुदायों की भागीदारी न के बराबर है। उन्होंने यह उदाहरण देते हुए कहा कि देश के 200 शीर्ष उद्योगपतियों में कोई दलित नहीं है।
राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यह दोनों संविधान और बाबा साहेब अंबेडकर की पूजा करने का दिखावा करते हैं, लेकिन पीछे से इसे समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हम दलित और पिछड़ों की लड़ाई लड़ रहे हैं, और आगे भी लड़ते रहेंगे।"
अपने 28 मिनट के संबोधन में राहुल गांधी ने विपक्षी दलों पर भी करारा प्रहार किया। इससे पहले राहुल गांधी ने बिहार में जातीय गणना को फर्जी करार दिया था।
कार्यक्रम में शामिल होने से पहले, राहुल गांधी पटना पहुंचे और उन्होंने सबसे पहले कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान के घर जाकर परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और उनके बेटे की दुखद मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। शकील अहमद के बेटे अयान ने खुदकुशी कर ली थी, और इसके बाद शकील सदमे में हैं। राहुल गांधी ने इस घटना पर शोक जताया और शकील अहमद के परिवार के साथ अपनी संवेदनाएं साझा की।
यह राहुल गांधी का बिहार दौरे का दूसरा मौका था, और इसे आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।