भोजपुर एक्टर और काराकाट से निर्दलीय उम्मीदवार पवन सिंह को बीजेपी ने निष्कासित कर दिया है। बीजेपी की ओर से लेटर जारी किया गया है। इसमें लिखा है कि आप लोकसभा चुनाव में एनडीए के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
इसके बाद कब्र के ऊपर बिस्तर लगाकर आराम से सो गया। बता दें कि आरोपी पिता ने बेटी की हत्या केवल इसलिए की क्योंकि उसने उसे शराब पीने से मना किया था।
सारण में मतदान के बाद हुए हिंसा पर अब राजनीति शुरू हो गई है। सारण से आरजेडी प्रत्याशी रोहिणी आचार्य ने प्रतिक्रिया दी है। रोहिणी ने हिंसा का पूरा आरोप बीजेपी पर डाल दिया है। साथ ही कहा है कि बीजेपी के लोग डर गए हैं इसलिए अब ये सब करवा रही है।
20 मई को आरजेडी और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हुआ था। उसी प्रतिक्रिया में आज कुछ लोगों ने गोलीबारी की। इस घटना में तीन लोगों को गोली लगी है, जिसमें एक की मौत हो गई है।
पीएम मोदी एयरपोर्ट से सीधे राजेंद्र नगर स्थित दिवंगत बीजेपी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के आवास पहुंचे। जहां उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
बिहार के सारण में बूथ कैपचरिंग का आरोप बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी की और से लगाया गया है। रूढ़ी ने कहा है कि कम से कम 3 बूथों पर बोगस वोटिंग की गयी है।
मरने से पहले बसंत ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि डिप्टी कमांडर मृत्युंजय कुमार उसे बीते 1 महीने से प्रताड़ित कर रहा था, इसी से तंग आकर उसने यह कदम उठाया।
बिहार में आज पांचवें चरण का मतदान जारी है। पांच सीटों पर जिसमें सीतामढ़ी,मधुबनी,मुजफ्फरपुर,सारण,हाजीपुर है। पांचवें चरण में कुल 80 प्रत्याशी चुनावी मैदान में खड़े हैं। जिसमें 74 पुरुष और 6 महिला प्रत्याशी है।
शिक्षक पर चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया है। मनियारी थानेदार उमाकांत सिंह ने शिक्षक की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
बिहार के खगड़िया में रिल्स बनाने के दौरान 6 लोग गंगा में डूब गए। इनमें से 4 लोग अब भी लापता है। वहीं 2 की जान को बचा लिया गया। जिनकी जान बची है उन्होंने बताया कि शनिवार को हम सारे लोग रिल्स बनाने गए थे।
हाईकोर्ट ने शिक्षा विभाग, बिहार सरकार के द्वारा विश्वविद्यालयों में नौकरशाही रवैये को लेकर फटकार लगाई है। बता दें कि वेतन और पेंशन को लेकर विश्वविद्यालयों एवं शिक्षा विभाग के बीच गतिरोध चल रहा है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मोहम्मद फारूक के गले में गमछा बांधकर उसे घसीटा गया। वहीं, पहचान मिटाने के उद्देश्य से सिर को ईंट-पत्थरों से कुचल दिया गया।