नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पूरे निरसा विधानसभा क्षेत्र में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। नेताजी जी की 125 वीं जयंती के दिन क्षेत्र में सुबह से ही बारिश हो रही थी, बावजूद लोग नेताजी की जयंती मनाने के लिए उत्साहित दिखे। रविवार को निरसा विधा
खेल जगत के लोग समय-समय पर देश और राज्य के नाम रोशन करते आ रहे हैं। कुछ ऐसा ही किया है, हमारे राज्य झारखंड के कराटे के खिलाड़ियों ने। कोलकाता में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता में भारतीय कराटे टीम में झारखंड के 9 खिलाड़ी शामिल थे।
राज्य सरकार ने झारखण्ड कर्मचारी चयन आयोग के तहत मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट स्तर की परीक्षाओं में अलग-अलग जिलों के हिसाब से क्षेत्रीय भाषाओं की सूची से संबंधित अधिसूचना जारी की है। इसे लेकर राज्यभर में विरोध हो रहा है।
झारखंड में कोरोना संक्रमण के बीच 28 जनवरी से सातवीं से लेकर दसवीं तक के JPSC मुख्य परीक्षा का आयोजन होना है।लेकिन कई छात्र संक्रमण के फैलाव को देखते हुए लगातार परीक्षा की तिथि बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. अब छात्रों की मांग के साथ बड़कागांव से कांग्रेस की विध
झारखण्ड आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग ने आज आजसू पार्टी केंद्रीय कार्यालय सचिव बनमाली मंडल एवं आशुतोष गोस्वामी को आंदोलनकारी के रुप में चिन्हित किये जाने पर सम्मानित किया गया। इस मौके पर झारखण्ड छात्र संघ (आजसू) के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सिंह ने कहा कि आजसू के
जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक डॉ. इरफान अंसारी ने दुलाडीह में मंदिर की आधारशिला रखी। इरफान अंसारी ने दुलाडीह में शिव मंदिर की आधारशिला रखी। पुरोहितों ने पूरे विधि-विधान से पूजा अर्चना की। पूजा अर्चना के बाद विधायक इरफान अंसारी के हाथों म
शहीदों की याद में बीते कई दशकों से इंडिया गेट पर जल रही अमर जवान ज्योति हमेशा के लिए बुझ जायेगी। शुक्रवार को इसे दोपहर साढ़े 3 बजे एक कार्यक्रम में इसे हमेशा के लिए बुझा दिया गया। मिली जानकारी के मुताबिक ये ज्योति अब राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में जलेगी।
रांची से प्रकाशित एक हिंदी साप्ताहिक का एक महिला अधिकारी के विरुद्ध अमर्यादित ढंग से लिखने को लेकर विरोध हो रहा है। मामले में रांची प्रेस क्लब ने हस्तक्षेप किया है। क्लब की ओर से सचिव जावेद अख्तर ने एक बयान भी मीडिया में जारी किया है।
राज्य में लगभग 73 हजार आदिम जनजाति समुदाय (पीवीटीजी) के परिवार रहते हैं। इन समूहों की अपनी सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान है। यह समूह आजीविका के लिए भी पूरी तरह प्रकृति पर निर्भर है।
इसका निर्णय भाकपा राज्य कार्यालय के सभागार में वामदलों की बैठक में लिया गया। वरिष्ठ भाकपा नेता व पूर्व सांसद भुबनेश्वर प्रसाद मेहता ने जिसकी अध्यक्षता की।
सरकारी स्कूल का नाम सुनते ही एक टूटा जर्जर भवन की तस्वीर हमारे सामने आ जाती है। जहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव नजर आता है। लेकिन, शिक्षक सुरेंद प्रसाद गुप्ता ने सरकारी स्कूल की तस्वीर को बदल दिया है। उन्होने सरकारी स्कूल को ट्रेन के डिब्बों का रूप दे दिया ह