द फॉलोअप टीम, रांची:
झारखंड में सक्रिय वामदल 26 जनवरी को संविधान बचाओ दिवस मनाएंगे। इसका निर्णय भाकपा राज्य कार्यालय के सभागार में वामदलों की बैठक में लिया गया। वरिष्ठ भाकपा नेता व पूर्व सांसद भुबनेश्वर प्रसाद मेहता ने जिसकी अध्यक्षता की। बैठक में सीपीएम के राज्य सचिब प्रकाश विप्लव, एसके रॉय, अनिर्वाण बोस, माले के राज्य सचिव मनोज भक्त, जनार्दन प्रसाद, भुबनेश्वर केवट, मासस के सुशांतो मुखर्जी और भाकपा के अजय सिंह शामिल हुए। बैठक में कई महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
संयुक्त रूप से आंदोलन पर बनी सहमति
मौके पर भुबनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि जब से केंद्र में भाजपा की सरकार आई है। महंगाई अपने चरम पर है। भ्रष्ट्राचारियों का बोल वाला है। देश मे बेरोजगारों की फौज खड़ी हो गई है। देश का साम्प्रदयिक सौहार्द बिगड़ गया हैवामदल को संयुक्त रूप से इन सवालों को लेकर आंदोलन करना चाहिये। सीपीएम के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने भी जनहित में संयुक्त रूप से आंदोलन की बात कही। माले के राज्य सचिव मनोज भक्त ने वामपंथी एकता को मजबूत करने और आगे संयुक्त आंदोलन के लिए रणनीति बनाने पर जोर दिया।
बैठक में क्या-क्या हुए निर्णय
1. गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को संविधान बचाओ दिवस के रूप में मनाया जाएगा। उस दिन पूरे राज्य में राष्ट्रीय झंडा संयुक्त रूप से वामदल के लोग फहराएंगे। संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया जाएगा।
2. 30जनवरी को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाएगा। वामदलों ने धर्म संसद के नाम पर नफरत फैलाने बाले कथित संतो को अविलंब गिरफ्तारी की मांग की है।
3. 31 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान को वामदल समर्थन करेंगे। मोर्चा ने विश्वास घात दिवस मनाए जाने की घोषणा की है।
4. वामदलों ने 5 राज्यो में होने जा रहे चुनावो में मतदातओं से भाजपा को हराने की अपील की है।