झारखंड में मानसून के शुरू हुए अब दो सप्ताह से भी अधिक का वक्त गुजर चूका है. लेकिन प्रदेश के कई हिस्सों में अब भी बारिश बहुत कम हुई है
6 जून से 15 तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश देखने को मिलेगी
झारखंड में मौसम ने करवट ली है। लगातार बढ़ते तापमान से परेशान झारखंड वासियों को अब गर्मी से राहत मिलेगी। क्योंकि झारखंड में अब मानसून प्रवेश कर चूका है। राज्य के लगभग सभी हिस्से में कमोबेश वर्षा हुई है
गर्मी के मौसम का सबसे गर्म महीना जून चल रहा है। राज्य के सभी हिस्सों में बढ़ती तापमान से लोग बेचैन हैं। हालांकि मौसम विभाग के अनुसार 18 जून से ही राज्य में मानसून के दस्तक देने की बात सामने आ रही थी। लेकिन अनुमान तो सिर्फ अनुमान ही होता है।
झारखंड में इन दिनों गर्मी अपने चरम सिमा पर है। कई जिले ऐसे हैं जहां सूरज आग उगल रहा है। लगातार तापमान में बढ़ोतरी देखी जा रही है. मौसम विभाग के अनुसार मानसून का देरी से आना यह भी गर्मी की एक बड़ी वजह मानी जा रही है। हालांकि 19 जून के बाद राज्यवासियों को इस
झारखंड में मॉनसून के दस्तक को लेकर मौसम विभाग की ओर से जानकारी दी गई है। बताया गया है की अगले 4-5 दिनों में गर्मी से कोई राहत नहीं मिलेगी।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 8 जून तक तापमान में कोई खासा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा
झारखंड में गर्मी की तपिश से लोगों को हाल बेहाल है। सुबह में सड़क पर भीड़ तो दिखती है मगर दिन चढ़ने के साथ ही सन्नाटा पसर जा रहा है। इस बीच सोमवार को गर्मी से बेहाल लोगों के लिए राहत की खबर है। मौसम केंद्र रांची ने तात्कालिक चेतावनी जारी कर इसकी सूचना दी है।
झारखंड में लगातार पड़ रही गर्मी के बीच राहत की खबर है कि कई जिलों में बारिश की बूंदें राहत पहुंचा सकती है। इसको लेकर मौसम केंद्र रांची ने तात्कालिक चेतावनी जारी की है।
झारखंड में गर्मी की तपिश एक बार फिर धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। सोमवार को गर्मी से बेहाल विभिन्न जिलों के लोगों के लिए राहत की खबर है। मौसम केंद्र रांची ने तात्कालिक चेतावनी जारी कर इसकी सूचना दी है।
राजधानी रांची सहित राज्य भर में मौसम लगातार करवट बदल रहा है। गुरुवार को धूप-छांव के बीच कई जिलों में बारिश की भी संभावना है। इसको लेकर मौसम केंद्र रांची ने तात्कालिक चेतावनी जारी की है।
झारखंड का मौसम बदल गया है। आसमान में बादल छाये हैं। पिछले 24 घंटे में राज्य के कई जिलों में गर्जन के साथ वर्षा हुई। कई जगहों पर वज्रपात भी हुआ, जिससे 4 बच्चों की मौत भी हो गई। मौसम विज्ञान केंद्र ने 1 मई के लिए रांची के इलाकों में वज्रपात और ओलावृष्टि की