सुखदेवनगर थानाक्षेत्र के शांतिनगर महुआ टोली में एक किराए के घर में 15 साल की बच्ची का शव फंदे से लटका मिला।
रांची के बड़ा तालाब से एक व्यक्ति का शव मिला है। शनिवार की सुबह शव सबसे पहले स्थानीय लोगों ने देखा, इसके बाद कोतवाली थाना की पुलिस को जानकारी दी गई।
रांची जिला अंतर्गत चान्हो से एक दिल दहला देना वाला मामला सामने आया है। जहां एक पिता-पुत्र ने मिल कर एक 22 साल की युवती के साथ दुष्कर्म के मामले को अंजाम दिया है।
रातू थाना क्षेत्र में अज्ञात अपराधियों ने एक कोयला कारोबारी को गोली मार दी है। कारोबारी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
सीएम हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू ठिकानों पर ईडी की टीम ने रेड मारी है। रातू रोड के शिवपुरी स्थित अभिषेक प्रसाद के घर बुधवार सुबह दो गाड़ियों से ईडी की टीम पहुंचकर छापेमारी कर रही है
सीएम हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू ठिकानों पर ईडी की टीम ने रेड मारी है। रातू रोड के शिवपुरी स्थित अभिषेक प्रसाद के घर बुधवार सुबह दो गाड़ियों से ईडी की टीम पहुंचकर छापेमारी कर रही है।
केंद्र की मोदी सरकार के नये हिट एंड रन (Hit and run law) के खिलाफ कल 3 जनवरी को रांची में टैक्सी नहीं चलेगी। इसकी जानकारी झारखंड प्रदेश टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों ने दी है।
कुछ घंटों के बाद नए साल 2024 की शुरुआत हो जाएगी। नए साल को लेकर राज्यवासी जश्न की तैयारी में जुटे हैं।
ऑल इंडिया एडवोकेट काउंसिल के सदस्य डॉ सिद्धार्थ दुबे को सोक्रेट रिसर्च अनुसंधान संस्थान सम्बद्ध नीति आयोग भारत सरकार नई दिल्ली के द्वारा कानूनी एवं सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय कर्मश्री अवार्ड 2023 से सम्मानित किया ग
रांची में महिला के साथ दरिंदगी का एक मामला सामने आया है। दरअसल डोरंडा थाना क्षेत्र के बड़ा घाघरा की रहने वाली एक महिला के साथ दुष्कर्म किया गया। इससे भी जब हैवानों का मन नहीं भरा तो पत्थर से कूचकर उसकी हत्या कर दी गई।
रांची के सदर थाना क्षेत्र में भीषण सड़क हादसा हुआ है। बूटी मोड़ से डुमरदगा जाने वाले में रास्ते में एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में चार युवकों की मौत हो गई।
रांची के सदर अस्पताल में 500 बेड की क्षमता है। लेकिन 300 बेडों पर इलाज संभव हो पा रहा है। अस्पताल में डॉक्टरों का अभाव है। इस कारण सभी बेड पर इलाज नहीं हो पा रहा है। आईपीएच नॉर्म की तुलना में एक चौथाई डॉक्टर भी कार्यरत नहीं हैं।