दरअसल बारिश को देखते हुए कई मनरेगा की योजनाओं को स्वीकृत किया गया है और मजदूरों को रोजगार देने की पहल की गई है।
हिनू चौक के पास बन रही बिल्डिंग के बगल की दीवार गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई। आक्रोशित मजदूरों ने बच्चों के शवों को लेकर लगभग पांच घंटे तक हिनू-डोरंडा मार्ग को जाम रखा।