उन्होंने स्पष्ट किया है कि बिहार विधानसभा का चुनाव एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगा और मुझे भी इसमें कोई आपत्ति नहीं दिखती।
जीतन राम मांझी सिर्फ अपने बेटा को मुख्यमंत्री बनाने के बारे में सोचते हैं। अगर उन्हें दलित समाज की चिंता होती तो क्या समाज में दूसरा कोई काबिल आदमी उन्हें नहीं मिलता? यह बातें जन सुराज पदयात्रा कर रहे प्रशांत किशोर ने कही। उन्होंने कहा कि आपने कभी सुना है