जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में तनाव और हिंसा की खबरें बीते कुछ समय से सुर्खियों में है। फरवरी 2020 से लेकर जुलाई 2020 तक जो यथास्थिति घाटी में बनी हुई थी वो अब भंग होती दिख रही है। विशेष तौर पर, बीते 1 माह में जम्मू कश्मीर के शोपियां, पुंछ, राजौरी, कुलग
जम्मू-कश्मीर के शोपियां इलाके में मुठभेड़ की सूचना है। मिली जानकारी के मुताबिक गुप्त सूचना के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने इलाके में छापेमारी की। मिली जानकारी के मुताबिक इलाके में 2 आतंकियों को छिपे होने की सूचना है। गौरतलब
कुरवा, कर्माटांड़ प्रखंड में बिजली उपभोक्ताओं ने बिजली विभाग के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। लोग काफी आक्रोशित हैं। इस मौके पर ग्रामीण विधायक इरफ़ान अंसारी को बुलाने की मांग कर रहे थे। सूचना मिलते ही मौके पर विधायक पहुंचे और ग्रामीणों की समस्याओं को सुना। ग्रा
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में बड़ी आतंकी घटना को अंजाम दिया गया है। अलग-अलग स्त्रोतों से मिल रही जानकारी के मुताबिक श्रीनगर के ईदगाह संगम इलाके में आतंकी हमला हुआ। खबरे हैं कि आतंकी हमले में एक सरकारी स्कूल के 2 शिक्षकों की मौत हो गई। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने
जामताड़ा में एक भीषण सड़क हादसे में युवक की मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक जामताड़ा में अमेजॉन कंपनी का डिलीवरी ब्वॉय सौरभ दास सामान पहुंचाने जा रहा था, तभी मिहिजाम से जामताड़ा की तरफ जा रही एक बोलेरो गाड़ी ने उसे सामने से टक्कर मार दी। हादसे में बाइक
भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर में बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक इंडियन आर्मी ने जम्मू-कश्मीर के पूंछ जिला स्थित बालाकोट इलाके में 1 बिना फटा हुआ मोर्टार बरामद किया है।
बर्मामाइंस थाना क्षेत्र की पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये चारों विधायक सरयू राय के समर्थक हैं और भाजमो के कार्यकर्ता हैं। गिरफ्तार लोगों में कमल किशोर अग्रवाल, दुर्गा राव, रंजीत कुमार और गोल्डेन शामिल हैं। इन पर आरोप है कि इन्होने पूर्व मुख्यमं
जल्द काम शुरू होगा
जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी के नेतृत्व में एक महाजुटान किया गया
जमशेपुर के बर्मामाइंस थाना क्षेत्र का मामला
महिला की पहचान 25 वर्षीय संतोषी सरदार के रूप में हुई है। संतोषी जिन बच्चों को लेकर कूदी है उनमे से एक की उम्र 4 साल और दूसरे की 1 साल है। घटना सुबह साढ़े 4 बजे के आसपास की है।
दिलचस्प है कि इन पंचायतों में वर्षो से अनुपयोगी समझी गई जीर्ण-शीर्ण पंचायत अथवा स्कूल भवनों को मरम्मति के बाद पुस्तकालय में तब्दील कर दिया गया है। ये सभी सामुदायिक पुस्तकालय हैं जहां कोई जाकर किताबें पढ़ सकता है।