जब भी इंसान गर्मी में पसीने से तर बतर हो जाता है तो बस एक ही दुआ मांगता है की मानसून आ जाए लेकिन ये मानसून किसी की दुआओं से नहीं आता। मानसून के आने और जाने का अपना वक्त होता है। आपको बता दें के मानसून हर वर्ष सबसे पहले जून में केरल में आता है। वहां जून के
कोडरमा में अचानक हुई बारिश ने लोगों के बीच जैसे खुशी की लहर छेड़ दी है। भीषण गर्मी के बीच हुई इस लोग इस बारिश से काफी खुश है। रांची मौसम विज्ञान केंद्र ने 30 अप्रैस से मौसम में बदलाव होने की संभावना व्यक्त की थी।
शुक्रवार को भीषण गर्मी से लोग परेशान रहे। अधिकतम तापमान 42.7 सेल्सियस पहुंच गई। दिनभर हिट वेव (लू) चलते रहा। आज भी पूरे दिन लू चलने की आशंका है। झारखंड के उत्तरी क्षेत्र में लो लेवल का टर्फ बन रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार यह पूर्वी उत्तर प्रदेश और ब
झारखंड के 11 जिलों में दो दिन लू चलेगी। 28 अप्रैल को रांची, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, गढ़वा, पलामू, चतरा, कोडरमा, और गिरिडीह में लू चलने की चेतावनी जारी की गई है।
भीषण गर्मी के कारण राज्य सरकार ने सरकारी व निजी स्कूलों के समय में बदलाव किया है। बुधवार को स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इस बारे में नोटिफिकेशन जारी कर दिया। अब स्कूल का समय सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगा। गौरतलब है कि विभाग ने पहले स्कूलों को
राज्य का उत्तर-पूर्वी भाग इन दिनों लू की चपेट में है। सूरज की तपिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। उसम भरी गर्मी से लोग परेशान है। सुबह 9 बजे ही सूर्य जैसे जलने लगता है। रविवार को मेदिनीनगर में उच्चतम तापमान 42.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
सूरज की तपिश लोगों को झुलसा रही है। राजधानी रही रांची का तापमान शनिवार को 39 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार गर्मी से अभी लोगों को राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। अगले पांच दिनों में तापमान और बढ़ेगा। गर्मी को देखते हुए मौसम विभाग ने चेतावनी जारी
झारखंड में गर्मी का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में रांची का अधिकतम 38.6 डिग्री, जबकि न्यूनतम 22.2 डिग्री सेल्सियस रहा। रविवार को राजधानी रांची समेत आसपास के जिलों में मौसम शुष्क रहेगा और आसमान साफ रहेगा।
इस बार मौसम में गर्मी की तपिश पिछले कुछ सालों के मुकाबले ज्यादा सता रही है। मार्च के महीने में ही गर्मी ने लोगों की तौबा करा दी है। आलम यह है कि दोपहर होते होते सड़कों पर कर्फ्यू जैसे हालात बन जाते हैं। मानों लोग गर्मी से बचने के लिए किसी आश्रय में कैद हो
इस बार मौसम में गर्मी की तपिश पिछले कुछ सालों के मुकाबले ज्यादा सता रही है। मार्च के महीने में ही गर्मी ने लोगों की तौबा करा दी है। आलम यह है कि दोपहर होते होते सड़कों पर कर्फ्यू जैसे हालात बन जाते हैं।
झारखंड के मौसम ने फिर करवट ले लिया है। सुबह से ही बादल छाए हुए है। धूप नहीं निकली है इसके बावजूद भी हल्की गर्मी महसूस की जा रही है। धूप नहीं होने की वजह से तेज गर्मी से थोड़ी राहत है। हालांकि बारिश की संभावना नहीं है।
होली के मौके पर राजधानी रांची सहित झारखंड के कई जिलों में आंशिक बादल छाये रहेंगे। हालांकि बारिश होने के कोई आसार नहीं हैं। वहीं मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 16 मार्च को मौसम शुष्क रहेगा