झारखंड के 70 प्रवासी मजदूर मलेशिया में फंसे हैं। ये मजदूर हजारीबाग, गिरिडीह,बोकारो और धनबाद जिले के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि पिछले चार माह से मजदूरों को कंपनी ने मजदूरी भी नहीं दिया है
छात्रों का कहना है कि कॉलेज का भवन पुराना औऱ जर्जर हो चुका है। इसकी छत कभी टूटकर गिर सकती है।
उत्तराखंड के सिलक्यारा टनल से निकाले गये झारखंड के मजदूरों को एक दिसंबर को एयर लिफ्ट कर रांची लाया जायेगा। इसका आदेश सीएम हेमंत सोरेन ने अधिकारियों को दिया है।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी के निर्माणाधीन सिल्क्यारा टनल में 13 दिन से फंसे 41 मजदूरों के रेस्क्यू का काम अभी जारी है। गुरुवार 23 नवंबर को मजदूरों तक पहुंचने के लिए बाकी 18 मीटर की खुदाई शुरू की गई थी, लेकिन 1.8 मीटर की ड्रिलिंग के बाद मलबे में सरिया आने से
उत्तराखंड के उत्तरकाशी टनल में फंसे मजदूरों को लेकर एक गुड न्यूज आ रही है। मिली खबर के मुताबिक टनल के 67 फिसदी हिस्से में ड्रिलिंग का काम पूरा हो चुका है।
उत्तरकाशी, उत्तराखंड की निर्माणाधीन सुरंग में फंसे झारखंड के सभी 15 मजदूर सुरक्षित हैं। रेस्क्यू दल ने उनसे पाइप के माध्यम से बात की है।
हजारीबाग(Hazaribagh) के विष्णुगढ़ स्थित चानो गांव निवासी चेतलाल महतो को ना घर वापस लौटने की उम्मीद थी और ना ही कंपनी द्वारा उनके पारिश्रमिक के भुगतान का भरोसा। इस बीच उसके साथियों ने अपनी वापसी के सभी प्रयास करने के उपरांत राज्य सरकार से मलेशिया से घर वाप
झारखंड के 33 मजदूर माली काम की खोज में गए थे, लेकिन उनके साथ धोखा हुआ। वह वहां जाकर फंस गए। खाने तक के लाले पड़ने लगे तो उन्होंने वीडियो जारी कर सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई थी।