रांची
उत्तराखंड के सिलक्यारा टनल से निकाले गये झारखंड के मजदूरों को एक दिसंबर को एयर लिफ्ट कर रांची लाया जायेगा। इसका आदेश सीएम हेमंत सोरेन ने अधिकारियों को दिया है। बता दें कि टनल में झारखंड के 15 मजदूर फंसे हुए थे। टनल से सभी के सकुशल बाहर निकलने के बाद उनको हवाई मार्ग से झारखंड लाने की व्यवस्था झारखंड की ओर की गयी है। मिली खबर के मुताबिक मजदूरों को और उनके 12 परिजनों को इंडिगो एयरलाइंस से रांची लाया जायेगी।
इन अफसरों को दी गयी है जिम्मेदारी
बता दें कि इस बाबत जैप आईटी सीईओ भुवनेश्वर प्रताप सिंह के नेतृत्व में श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के दो अफसरों को जिम्मेदारी दी गई है। अधिकारी टनल हादसे के तुरंत बाद से उत्तकाशी में कैंप किये हुए थे। ये अधिकारी आज ही उत्तराखंड से दिल्ली पहुंच गये हैं। वे कल एक एक दिसंबर को मजदूरों को लेकर इंडिगो की फ्लाइट से रांची आयेंगे। बताया गया है कि सभी रात आठ बजे रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर उतरेंगे। इस खबर से टनल से बाहर निकले मजदूरों के परिजन में खुशी की माहौल है।
मजदूरों को निकालने के लिए किये गये ये थे उपाय
नेशनल हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHIDCL) के एमडी महमूद अहमद ने बताया है कि टनल से मजदूरों को बाहर निकालने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग 86 मीटर ड्रिलिंग की गयी। साथ ही टीएचडीसी से सात ब्लास्ट किये गये। इससे सुरंग में मजदूरों तक पहुंचने में आसानी हुई। बचाव के लिए किसी भी विकल्प को रोका नहीं गया है। हॉरीजेन्टल मैन्युअल ड्रिलिंग का काम 55 मीटर तक किया गया। इसके बाद डी-मर्किंग की गयी और फिर पाइप को अंदर पुश किया गया। अहमद ने ये भी बताया था कि रेस्क्यू कार्य में सीमेंट का कंक्रीट मिल रहा है जिसे कटर से काटा जा रहा है।