हेमंत सरकार, सरकार नहीं शिकारी बन गई है। लोकतंत्र के मालिक जनता की चुनी सरकार चुनाव से पहले उसके मतदाताओं का शिकार करने के लिए सरकारी खजानों का चारा फेंक रही है।