जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार में शिक्षक भर्ती पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने दावा किया है कि बिहार में हाल में जितने शिक्षकों की बहाली हुई है उनमें केवल 1.57 फीसदी ही स्थानीय युवा हैं।
जन सुराज के मुखिया प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने आज कहा कि बिहार की 50 फीसद आबादी चाहती है कि राज्य में नयी सियासी पार्टी बने।
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने कहा कि कल पटना में जो लोग लाठी चार्ज में पिटे, वे जाति के नाम पर फिर से नीतीश कुमार को वोट देंगे
जन सुराज अभियान के मुखिया प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने आज कहा कि लालू यादव ( Lalu Yadav ) के समय में अपराधी जनता को लूटते थे, नीतीश (Nitish Kumar) काल में यही काम राज्य के अधिकारी कर रहे हैं।
नीतीश कुमार ने महागठबंधन की सरकार तोड़कर एनडीए के साथ नई सरकार बनाई है। इसका आगामी लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में क्या असर पड़ेगा? इस मुद्दे पर बेगूसराय में जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने अपना पक्ष रखा है।
जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिलना स्वागत योग्य है, लेकिन इसके पीछे जो राज है, उसे जानना भी जरूरी है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि ऐसे आदमी को बिहार के लोग अगर वोट देते हैं, तो गलती नीतीश कुमार की नहीं है बिहार की जनता की है।
आज लगभग में पूरे देश में बीजेपी का डंका बज रहा है। बीजेपी की इस सफलता के पीछे का राज क्या है। जन जन सुराज के मुखिया ने आज इसके 4 कारण बताये।
जन सुराज पदयात्रा के दौरान सीतामढ़ी पहुंचे प्रशांत किशोर ने BPSC की बिहार शिक्षक भर्ती नियुक्ति पर सवाल उठाया है। कहा कि नीतीश कुमार और महागठबंधन की सरकार सालभर में नौकरी दे दे तो मैं इस अभियान को वापस ले लूंगा। कहा कि इतना ही नहीं, मैं उनकी पार्टी को भी
RJD नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने हाल ही में महिला आरक्षण बिल पर बोलते हुए एक ऐसी कविता सुना दी जिस पर बवाल हो गया। समाज में विद्वेष फैलाने वाले इस तरह के बयानों को लेकर मुखर रहने वाले जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि ये कैसे संभव है कि उन
पटना में गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने फिलहाल राजनीतिक पार्टी बनाने के कयासों पर अलपविराम लगा दिया है। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बिहार आज नीति आयोग की रिपोर्ट से लेकर हर जगह पिछड़ा राज्य बना हुआ है। जिसे न