लोकसभा चुनाव की गहमा-गहमी के बीच, पीएम नरेंद्र मोदी की रैली को देखते हुए कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया है। बता दें कि आज पंजाब में पीएम मोदी कई रैलियों में हिस्सा लेंगे।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (X) ने दावा किया है कि भारत सरकार ने किसान प्रदर्शन से जुड़े पोस्ट शेयर करने से मना किया है।
किसान आंदोलन के आज नौवें दिन आंदोलनकारी किसानों पर फिर से पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। मिली खबर के मुताबिक हरियाणा व पंजाब के शंभू बार्डर पर किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गये।
किसान आंदोलन (Farmers movement) में शामिल संगठनों ने कहा है कि केंद्र सरकार के साथ अब कोई वार्ता नहीं होगी। कहा कि कल 21 फरवरी को किसान दिल्ली कूच करेंगे।
आंदोलनकारी किसानों ने केंद्र सरकार का 5 साल वाला फार्मूला ठुकरा दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि MSP गारंटी से कम कुछ भी स्वीकार नहीं करेंगे।
किसान आंदोलन (Farmers Movement) के आज चौथे दिन भी प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिल्ली कूच नहीं करने दिया गया। इससे गुस्साये किसानों ने पंजाब में रेल रोको आंदोलन की शुरुआत कर दी है।
किसान आंदोलन के प्रदर्शनकारियों की केंद्र सकार के साथ कल तीसरी बार वार्ता होगी। इसमें किसानों की ओऱ पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर शामिल होंगे।
पलामू व गढ़वा में 14-15 फरवरी को प्रस्तावित राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा स्थगित कर दी गई है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर गढ़वा व पलामू जिला में लगभग तैयारी पूरी हो गई थी।
किसान आंदोलन (Farmers Movement) में शामिल प्रदर्शनकारियों पर पुलिस से ड्रोन से आंसू गैस के गोले दागे हैं। साथ ही सरकार ने सरकारी ने चेतवानी जारी की है कि आंदोलन की आड़ में उपद्रव फैलाने वाले तत्वों से कड़ाई से निपटा जायेगा।
कृषि बिल वापस लिया जा चुका है। कृषि मंत्री कह चुके हैं कि किसानों की मांग मान ली गई है। अब उनको घर वापस लौट जाना चाहिए। हालांकि, शीतकालीन सत्र में किसान आंदोलन का मामला थमता नहीं दिख रहा है। मंगलवार को लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि किस
हरियाणा के बहादुरगढ़ में किसानों की महापंचायत जारी है। बहादुरगढ़ में तीन कृषि कानूनों के विरोध की पहली बरसी पर किसानों ने महापंचायत का आयोजन किया। इसमें बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया। कई किसान नेता भी इस महापंचायत में पहुंचे। यहां किसानों ने कानून व
कुछ ही दिन पहले हमलोग इस बहस से होकर गुजर रहे थे कि 1947 को मिली आजादी असली आजादी नहीं थी, क्योंकि अंग्रेजों ने हमें ताकत के बल पर गुलाम बनाया था और जाते वक्त उन्होंने हमें भीख में आजादी दे दी गयी। यह सिर्फ अभिनेत्री कंगना राणावत का तर्क नहीं था, देश का ए