मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने ऑफिशियल फेसबुक पेज पर एक पोस्ट लिखा है। लिखा है कि बहाली अनुबंध पर एवं नाम अग्निवीर ! इस स्लोगनवीर सरकार से और उम्मीद भी क्या की जा सकती है ? !!! जागो भविष्य के कर्णधारों जागो !!! हालांकि, मुख्यमंत्री अपने इस पोस्ट की वजह स
मुख्यमंत्री के इस निर्णय का दूरगामी प्रभाव आने वाले दिनों में झारखंड राज्य के जंगलों और पर्यावरण पर दिखेगा। इससे जंगलों में लकड़ियों की हो रही अवैध कटाई पर लगाम लगेगी। साथ ही, जंगली जीव, जंगल और वनस्पति संरक्षित हो सकेंगे।
रक्तदाता दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पत्रकारों ने पूछा कि, राज्यपाल रमेश बैस ने पुलिस और जिला प्रशासन से जुड़े कई वरीय अधिकारियों को तलब किया था। कई सवाल पूछे हैं। आप की प्रतिक्रिया क्या है। इस पर मुख्
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की जनता हमेशा से संवेदनशील और सहनशील रही है। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे धैर्य बनाए रखें। वर्तमान हालात में हम कठिन परीक्षा की घड़ी से गुजर रहे हैं। आगे और भी कठिन परीक्षायें होंगी लेकिन हमें धैर्य खोने की जरूरत नहीं है।
कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में 2020 से पूर्व तक पेंशन और राशन देने की बात राज्य के वंचित लोग कहते थे। वर्तमान सरकार के गठन के बाद केंद्र सरकार से आग्रह किया कि राज्य के वृद्ध, निःशक्त, निराश्रित महिला
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गृह विभाग, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तथा वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अधिकारियों को रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन तीनों विभागों में नियुक्ति नियमा
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक यहां के युवा नौकरी की खातिर दूसरे राज्य और बड़े शहरों का रुख करते हैं लेकिन, अब यहां के लोगों को अपने घर, गांव और शहर में रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए व्यवस्था में बदलाव की प्रक्रिया जोर -शोर से की जा रही है । इसका जल्द
मुख्यमंत्री ने देवघर स्थित सर्किट हाउस में जिले की जनता की समस्याओं को सुना और अधिकारियों को त्वरित और यथोचित तरीके से उनकी समस्याओं के समाधान का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की धरती ने कई वीर सपूतों को जन्म दिया है, जिन्होंने देश के लिए खुद को न्योछावर कर दिया । उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड अलग राज्य के लिए हुआ आंदोलन भी देश की आजादी की लड़ाई से कम नहीं है। एक लंबे संघर्ष के बाद हमें झारखंड राज्य
आज शिल्पी नेहा तिर्की के नामांकन प्रक्रिया के दौरान एक अजीब नाजारा देखने को मिला। यहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस के तमाम बड़े नेता जब एक साथ बैठे हुए थे तब अचानक ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय को के पैर छू लिए।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि यदि ईडी गलती से भी उनके पास पहुंच गई तो उसे कितनी परेशानी होगी इसका अंदाजा नहीं है। मुख्यमंत्री ने दिल्ली प्रवास के दौरान एक निजी समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में उपरोक्त बातें कही। दरअसल, मुख्यमंत्री से पूछा गया था कि
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि यदि ईडी गलती से भी उनके पास पहुंच गई तो उसे कितनी परेशानी होगी इसका अंदाजा नहीं है। मुख्यमंत्री ने दिल्ली प्रवास के दौरान एक निजी समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में उपरोक्त बातें कही। दरअसल, मुख्यमंत्री से पूछा गया था कि