बिहार सरकार ने भूमि सर्वे के काम में तेजी लाने और किसानों को किसी भी तरह की परेशानी से बचाने के लिए एक अहम कदम उठाया है।
बिहार सरकार ने भूमि सर्वेक्षण के दूसरे चरण को तेज़ी से पूरा करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। राज्य के रैयतों को अपनी जमीन से संबंधित जानकारी देने के लिए अब मार्च 2025 तक का समय दिया गया है।
बिहार में चल रहे भूमि सर्वे के दौरान मौजों के तेरीज लेखन की समय सीमा अब निर्धारित कर दी गई है। फरवरी के अंत तक राज्य के सभी मौजों में तेरीज लेखन का काम पूरा कर लिया जाएगा।
बिहार में जमीन सर्वेक्षण को लेकर बवाल मचा हुआ है। नीतीश कुमार सरकार ने लाखों एकड़ जमीन के रिकॉर्ड को लॉक कर दिया है।