द फॉलोअप डेस्क
बिहार सरकार ने भूमि सर्वे के काम में तेजी लाने और किसानों को किसी भी तरह की परेशानी से बचाने के लिए एक अहम कदम उठाया है। राज्य के 8 प्रमंडलों में नई व्यवस्था लागू हो चुकी है, जबकि एक प्रमंडल में आज शाम से इसका काम शुरू हो जाएगा। इस कदम के बाद अब बिहार में भूमि सर्वे में कोई बड़ी समस्या नहीं आएगी।
सारण प्रमंडल का सर्वर भी होगा सक्रिय
बिहार के 9 प्रमंडलों में से 8 के सर्वर ने अपना कार्य प्रारंभ कर दिया है। बाकी बचे एक सारण प्रमंडल का सर्वर आज शाम तक काम करने लगेगा। इसके बाद गुरुवार तक सभी प्रमंडलों के सर्वर पूरी तरह से सक्रिय हो जाएंगे। इससे भूमि सर्वे के काम में तेजी आएगी, खासकर स्वघोषणा को ऑनलाइन अपलोड करने में आ रही दिक्कतें पूरी तरह से दूर हो जाएंगी।निदेशक कमलेश सिंह ने की समीक्षा
इस संबंध में भूमि अभिलेख एवं परिमाप निदेशक कमलेश कुमार सिंह ने शास्त्रीनगर स्थित राजस्व सर्वे प्रशिक्षण संस्थान में स्वघोषणा की प्रगति का जिलावार समीक्षा की। इस दौरान यह जानकारी मिली कि दरभंगा जिले में स्वघोषणा की प्रक्रिया सबसे बेहतर रही, जहां ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से 750,989 स्वघोषणाएं प्राप्त हुईं। पटना जिले में अब तक 330,334 स्वघोषणाएं ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आईं, जिनमें से अधिकांश ऑनलाइन अपलोड हो चुकी हैं।
दूसरे चरण में मिल चुकी हैं 7,942,233 स्वघोषणाएं
वहीं, अब तक दूसरे चरण में कुल 7,942,233 स्वघोषणाएं प्राप्त हो चुकी हैं। इनमें से 4,641,796 स्वघोषणाएं ऑनलाइन अपलोड हो चुकी हैं। बाकी स्वघोषणाएं जल्द ही ऑनलाइन की जाएंगी। निदेशक ने सभी बंदोबस्त अधिकारियों को अगले एक सप्ताह में अपलोड की प्रक्रिया को पूरा करने का निर्देश दिया है।
इसके साथ ही राजस्व और भूमि सुधार विभाग के मंत्री डॉ दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि भूमि सर्वेक्षण का काम निर्धारित योजना के अनुसार चल रहा है। इसके अलावा रैयतों को किसी अफवाह से बचने की सलाह दी। उन्होंने यह भी कहा कि जो रैयत अब तक अपनी भूमि का ब्यौरा जमा नहीं कर पाए हैं, वे 31 मार्च तक यह कार्य अनिवार्य रूप से पूरा कर लें।